Rajasthan Politics : सोमवार को राजस्थान विधानसभा में भजनलाल सरकार के पहले पूर्णकालिक बजट पर चर्चा हुई. इस दौरान लक्ष्मणगढ़ के विधायक और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बीच तीखी बहस हो गई. इसके बाद विपक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और सीधे वेल में आ गए.


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जब गोविंद सिंह डोटासरा बजट पर अपनी बात कह रहे थे, तभी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने टिप्पणी की, कि उनके पास कागज तैयार है, और अब आप को जेल जाना होगा. इस टिप्पणी के बाद सदन में हंगामा मच गया. विपक्ष के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे.



इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कड़ी चेतावनी दी. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मदन दिलावर के बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की. इस पर स्पीकर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. बजट पर अपने विचार व्यक्त करते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमारी सरकार के बजट को दोबारा पेश किया है.



डोटासरा ने बताया कि इसमें केवल एक बदलाव किया गया है, वह यह कि उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दीया कुमारी का बजट भाषण, जो इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री वित्त की कोई पदवी नहीं होती है. इस दौरान भाजपा विधायकों के विरोध पर डोटासरा ने कहा कि आपके कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता, आप क्यों शोर मचा रहे हो?



सदन में भरतपुर और भादरा उपचुनाव का मुद्दा उठाया


डोटासरा ने कहा कि सरकार वन स्टेट, वन इलेक्शन की बात करती है, लेकिन पंचायती राज के उपचुनाव से बच रही है. उन्होंने बताया कि भरतपुर में जिला प्रमुख और भादरा में नगर पालिकाध्यक्ष का उपचुनाव नहीं कराया गया. डोटासरा ने प्रधानमंत्री मोदी की उस घोषणा पर सवाल उठाए जिसमें कहा गया था कि जनहित की योजनाएं बंद नहीं होंगी और हरियाणा तथा राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के दाम समान होंगे, लेकिन अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है.