Bundi: बूंदी जिले के सबसे बड़े विद्युत कार्यालय में मंगलवार को 2 कर्मचारियों के बीच खूनी संघर्ष देखने को मिला. दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई. उसके बाद लोहे के औजार से एक-दूसरे के साथ मारपीट की गई. बाद में सदर थाना पुलिस पहुंच कर दोनों ने रिपोर्ट देने की तैयारी की लेकिन नौकरी बचाने के फेरे में दोनों ने समझौता कर लिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बूंदी शहर के चित्तौड़ रोड स्थित अधीक्षण अभियंता जयपुर विद्युत निगम कार्यालय में आज सवेरे दो कर्मचारी आपस में भिड़ गए. दोनों के बीच काफी बहस हुई. उसके बाद मारपीट हो गई. दोनों ने लोहे के औजार से एक-दूसरे के ऊपर भी हमला किया. घायल होने के बाद सभी ने दोनों कर्मचारियों को बीच बचाव कर छुड़ाया. उसके बाद दोनों सदर थाना पुलिस पहुंचे, जहां रिपोर्ट देने की तैयारी की गई. इस दौरान काफी समय तक दोनों के बीच वार्तालाप चलता रहा और अन्य लोगों की मदद से दोनों ने लिखित ने समझौता कर लिया उसके बाद पुलिस ने दोनों से कार्रवाई नहीं करने की बात लिखवा कर ली और रवाना कर दिया.


यह भी पढे़ं- हैवान बनी पत्नी ने पति के सिर पर 7 बार मारी कुल्हाड़ी, चीखते हुआ भागा, फिर...


कैसे बढ़ा मामला
अधीक्षण अभियंता कार्यालय में सोनू नायक और पुष्पेंद्र सिंह कार्यरत हैं. दोनों के बीच विभागीय कार्रवाई को लेकर कुछ बात बिगड़ गई. उसके बाद विवाद बढ़कर मारपीट में बदल गया. देखते देखते दोनों ने एक दूसरे के ऊपर लोहे के औजार से मारपीट कर दी, जिससे दोनों लहूलुहान हो गए.


विभाग में मचा हड़कंप
विवाद में दो कर्मचारियों के बीच हुई मारपीट के बाद विद्युत निगम के अन्य कार्यालय में भी जैसे ही सूचना पहुंची तो हड़कंप मच गया. हर कोई इस बात की चर्चा कर रहा था कि आखिर किस बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ मामले में उच्च अधिकारी से जब संपर्क करना चाहा तो अधिकारियों ने फोन रिसीव तक नहीं किया अब यह कयास लगाया जा रहा है कि कार्यालय में कोई अनुशासन नहीं है इससे ऐसे हालात कर्मचारी बनाते रहे हैं, जिससे विद्युत निगम चर्चा में रहता है.


Reporter- Sandeep Vyas


 


यह भी पढे़ं-  Udaipur Murder Case: उदयपुर मर्डर पर CM अशोक गहलोत की लोगों से बड़ी अपील


अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.