Bundi news: राजस्थान के बूंदी जिले के हण्डोली उपखंड मुख्यालय में मंगलवार को प्रदेश स्तरीय खो खो प्रतियोगिता के महाकुंभ का आगाज सुबह देव छात्रावास में हुआ .जहां पर प्रदेश के 50 जिलों के सैकड़ो खिलाड़ीयों ने भाग लिया. देव छात्रावास मैदान परिसर में सुबह 10:30 बजे प्रदेश भर से 17 एवं 19 वर्ष से खो-खो प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि राज्य सरकार के खेल एवं युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना रहे. अतिथि को मसक के बेण्ड, घोड़ी नृत्य और राजस्थानी कलाकार नाचते गाते हुए दरवाजे से मंच तक ले गए .जहां पर उन्होंने प्रदेश के 50 जिलों से खिलाड़ियों एवं बड़ी संख्या में अधिकारी शारीरिक शिक्षकों जनप्रतिनिधियों का अभिवादन किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस दौरान खेल राज्य मंत्री ने पोन घंटे तक खिलाड़ियों को संबोधन किया . उन्होंने कहा कि आजादी के बाद प्रदेश में खेल व्यवस्था चरमराई हुई थी. लेकिन उन्होंने खेल मंत्री बनने के बाद राजस्थान को खेलों में देश में नंबर एक स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया. पहले खेलों के प्रति ग्रामीणों व विभागों की सोच कम रहती थी. लेकिन उन्होंने खेलों को इतना रोचक व मुकाबला पूर्ण बना दिया कि अब हर युवा खेल की ओर दौड़ रहा है. उन्होंने कहा कि गत दिनों राजस्थान की दिव्य कृति सिंह ने सबसे पहले देश के लिए गोल्ड मेडल जीता. खेलो इंडिया में राजस्थान में 48 मेडल जीतकर परचम लहराया. 


यह भी पढ़े- जॉब के साथ इस छोरे ने की UPSC की तैयारी, बन गया IAS ऑफिसर


उन्होंने कहा कि अब खेलों में राजस्थान आगे बढ़ रहा है. एवं जल्द ही देश का पहला राज्य बनेगा. खेलों में खेल विभाग के साथ सबसे बड़ा योगदान शिक्षा विभाग का है. शिक्षा विभाग के शारीरिक शिक्षक, अधिकारी खेलों में कंधे से कंधे लगाकर काम कर रहे है. उन्हीं की बदौलत राजस्थान आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक में राजस्थान में विश्व में नंबर एक स्थान प्राप्त किया है .ग्रामीण ओलंपिक खेलों का नाम गिनीज बुक में रिकॉर्ड हो गया है. अब राजस्थान में खेलों का वातावरण बन गया है. इसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. चांदना ने खिलाड़ियों से कहा कि कोई भी खिलाड़ी स्वयं के लिए नहीं खेलता वह अपने पदक माता-पिता, गुरुजी, स्कूल का नाम रोशन करने के लिए खेलता है ताकि उसका नाम उसके गांव माता-पिता का नाम दुनिया में हो. 


उन्होंने कहा कि खेलों में सुधार व नवाचार लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि उनका पहला प्यार खेल है. इन खेलों में उन्होंने हमेशा से 5 साल में दो फीसदी लोगों की नौकरी दिलाने, राजस्थान की जर्सी पहनने वालों को भी अब मौका मिल रहा है .करीब 5 साल में अब तक लगभग 2000 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां मिल चुकी है. जो देश में सर्वाधिक है .उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि वे प्रेम भाईचारे और खेल की भावना से खेल एवं आगे बढ़ते रहें. समारोह अध्यक्षता करते हुए संयुक्त निदेशक कोटा श्रीमती तेज कंवर ने कहा कि हिण्डोली में आजादी के बाद पहली बार प्रदेश स्तरीय को प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है. 


यह भी पढ़े- अलवर के छोरे ने किया कमाल, दोस्तों की सलाह से खड़ा कर दिआ खुद का स्टार्टअप


ऐसा आयोजन देखकर प्रतीत हो रहा है कि बड़े-बड़े शहर भी पीछे रह गए. उन्होंने कहा कि यहां पर खेलों की ऐसी पहचान मिले कि प्रदेश के कोने-कोने से आए खिलाड़ी उनके कस्बे, गांव में जाकर हिंडोली की शान की बात करें. उन्होंने खेल को खेल की भावना से करवाने एवं सभी का सहयोग करने पर जोर दिया. इस दौरान उप जिला प्रमुख बंशीलाल मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेंद्र व्यास ने सभी का आभार जताया.