Rajasthan News: केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत धार्मिक और पर्यटन स्थलों को विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. चंबल नदी के तट पर स्थित केशवरायपाटन को इस योजना में शामिल कर पर्यटन और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है. इस परियोजना के पहले चरण की डीपीआर को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है, और केंद्र सरकार की स्वीकृति का इंतजार है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इस योजना का वर्चुअल शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 मार्च 2024 को किया था. योजना के तहत 70 करोड़ रुपये की लागत से केशवराय मंदिर परिक्षेत्र और चंबल घाटों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इसमें घाटों का निर्माण, मंदिरों का रिनोवेशन, पर्यटकों के लिए फैसिलिटी सेंटर, विश्राम क्षेत्र, और परकोटे की दीवारों पर फसाड लाइट्स लगाई जाएंगी. इसके अलावा, मंदिरों के इतिहास को कहानी के रूप में दिखाने के लिए एक इंटरप्रिटेशन सेंटर भी खोला जाएगा.



आईपी ग्लोबल दिल्ली के प्रोजेक्ट मैनेजर सुमित के अनुसार, यह परियोजना चार चरणों में पूरी होगी. पहले चरण का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है. इस योजना में 8 वर्षों से बंद पड़े आरटीडीसी होटल को भी शामिल किया गया है. इसका रिनोवेशन कर इसे पर्यटकों के लिए फिर से खोला जाएगा.



भविष्य में सुखमहल, टैरेस गार्डन, स्मृति कुंज और जैतसागर झील जैसे स्थलों को भी विकसित किया जाएगा. राजस्थान टूरिज्म द्वारा इन कार्यों के लिए टेंडर जारी कर कार्य प्रारंभ किया जाएगा. स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत यह प्रयास न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि चंबल के प्राकृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी नई पहचान दिलाएगा.



ये भी पढ़ें- Rajasthan Crime: 'दादा' ने रॉड मारकर बच्चों को पंखे से दिया लटका, 20 साल तक...