Bundi News: अक्सर आपने वो कहावत सुनी होगी कि एक मां चार-चार बच्चों को पाल लेती है. कितनी ही कठिन परिस्थिति क्यों न हो? खुद भूखी रहकर बच्चों का पेट भरती है. खुद जमीन पर सोती है लेकिन बच्चों को बिस्तर पर सुलाती है. जरा सी तबीयत खराब हो जाए तो पूरी-पूरी रात अपनी नींदें भुला देती है लेकिन आजकल के कुछ कलयुगी बच्चों की वजह से मां-बाप इस कदर परेशान हो जाते हैं कि आत्महत्या करने पर आमाद हो जाते हैं.


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हाल ही में राजस्थान के डूंगरपुर जिले से ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें एक 30 साल के बेटे ने मां को बचाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी. पागल भैंसे ने शख्स की मां पर हमला किया था लेकिन बेटे ने मां की जान को बचाने के लिए साक्षात यमराज की सवारी 700 किलो वजनी भैंसे से टक्कर ले ली थी. हालांकि वो जीत तो नहीं पाया लेकिन शख्स का ऐसा मातृप्रेम जिसने भी जाना, वह उसकी तारीफ करते नहीं थक रहा है. 



लेकिन अब राजस्थान के बूंदी जिले से ऐसी खबर सामने आई है, जिसे देखने के बाद आपका कलेजा छलनी हो जाएगा. यहां पर बेटे से तंग आकर एक बुजुर्ग मां आत्महत्या करने मेज नदी पहुंची. हालांकि तब तक किसी ने पुलिस को बता दिया और इस दौरान मेज़ नदी का जायजा लेने पहुंची पुलिस ने महिला की जान बचाई.



पुलिस को देखते ही लाचार मां का दर्द छलक पड़ा और बिफर कर रोने लगी. इसके बाद बुजुर्ग मां ने रो-रोकर पुलिस को आपबीती बताई. उनका कहना था कि बेटा बार-बार कहता है कि मर जाओ. जीकर क्या करूं? बहुत परेशान करता है. इसके बाद पुलिस बुजुर्ग मां को लेकर लाखेरी थाने पहुंची. बुजुर्ग महिला बेटे की मारपीट से परेशान बताई जा रही है. लाखेरी पापड़ी मेज़ नदी पुलिया का मामला बताया जा रहा है. बुजुर्ग महिला लाखेरी उपखंड क्षेत्र के खरायता गांव निवासी विमला बाई बताई जा रही है. फिलहाल यह वीडियो देखकर आपकी भी आंखों में आंसू आ जाएंगे. 



Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्‍मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्‍यथित हों तो जीवन से हार मारने की कोई जरूरत नहीं. अच्‍छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्‍त हेल्‍पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.