बूंदी की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं का आलम, ADM ने दौरा कर दिए निर्देश
Bundi: बूंदी जिले की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में इन दिनों अव्यवस्थाओं का आलम बना हुआ है. धान की फसल तैयार होने के बाद मंडी में बैठने के जब किसान आ रहे हैं तो उन्हें कई अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है.
Bundi: राजस्थान के बूंदी जिले की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी में इन दिनों अव्यवस्थाओं का आलम बना हुआ है. धान की फसल तैयार होने के बाद मंडी में बैठने के जब किसान आ रहे हैं तो उन्हें कई अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है. 5 से 7 किलोमीटर लंबी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लाइन है, उन्हें दिन-रात सर्द रातों में गुजारने पर मजबूर कर रही है. वहीं क्षेत्र के आबादी में रहने वाले लोग भी लंबे जाम से परेशान हैं. लंबे जाम के बावजूद पुलिस प्रशासन भी हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
बूंदी जिले में किसान हर मौसम में प्राकृतिक आपदा की मार सहन कर रहा है. फसल तैयार होने के बाद भी उसे राहत नहीं है और वह जब कृषि उपज मंडी में तैयार फसल को बेचने आता है, तो वहां भी वह अव्यवस्थाओं से घिरा हुआ नजर आता है.
ऐसा ही नजारा बूंदी कुआरती कृषि उपज मंडी में देखने को मिलता है, जहां मंडी के बाहर 8 से 10 किलोमीटर लंबी वाहनों की कतारें लगी रहती है, जिससे जाम के हालात बने हुए रहते हैं. इस जाम का सुव्यवस्थित तरीके से समाधान किए जाने के लिए पुलिस प्रशासन कोई पहल नहीं करता, लेकिन हाल ही में एडीएम का पद संभालने के बाद मुकेश चौधरी ने मंडी का दौरा किया और वहां वैकल्पिक मार्ग बनाए जाने बनाए और वाहनों को निकालने के निर्देश दिए.
इसके अलावा मंडी के अंदर पार्किंग की सुविधा और इंदिरा रसोई के बारे में भी व्यवस्था सुधारने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि जो शिकायत मिल रही थी, उस पर पुलिस प्रशासन मंडी समिति के साथ कार्य करेगा और एक वैकल्पिक मार्ग बनाकर जाम से सभी से निजात दिलाएगा. इसके अलावा मंडी के अंदर जो भी फसल बिकने आएगी उसे समय पर ही बोली करवाकर व्यापारियों को दिया जाएगा, जिससे अव्यवस्था नहीं होगी. उन्होंने बताया कि 3 दिन में सभी व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें - क्या आपके परिजन की कोरोना से हुई है मौत, जरूर पढ़ें यह खबर, सरकार करेगी मदद, करें आवेदन
कृषि मंडी में हमेशा पुलिस चौकी की मांग उठती चली आ रही है, लेकिन पुलिस अधिकारियों की नाकामियों के चलते हैं, वहां हालात बिगड़े हुए हैं. एक लाख से अधिक क्विंटल बोरियां, यहां बिकने के लिए आती है और सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली प्रतिदिन आ रहे हैं, उसके बावजूद पुलिस अपनी व्यवस्था करने में नाकामयाब है. आज एडीएम मुकेश चौधरी ने सभी व्यवस्थाओं के बारे में समीक्षा की और उसे सुधारने की जानकारी दी.
Reporter: Sandeep Vyas
खबरें और भी हैं...
छबड़ा नगर पालिका में हंगामा, निर्दलीय पार्षद और EO में तू-तू-मैं-मैं, टूटा टेबल का कांच
आंखों ही आंखों में बात करते नजर आ रहे IAS अतहर और डॉ. महरीन, लोग बोले- परफेक्ट कपल