Keshoraipatan: चंबल के रौद्र रूप ने लाखेरी उपखंड के दस गांवों को पानी-पानी कर दिया. चंबल नदी के बढ़ते पानी को देख ग्रामीणों की सांसे फुलने लगी है. इसी बीच बाढ़ मे फंसे लोगों को निकालने के लिए जयपुर से सेना की टीम सखावदा पहुंची. यहां सेना ने रेस्क्यू अभियान की शुरूआत कांकरा मेज और पाली गांव को लेकर शुरू किया है.


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साथ ही 70 जवानों तीन जुनियर और चार बडे़ अफसरों की टीम ने बोट के जरिए निकालने की शुरूआत की है. उधर चंबल के बढ़ते जल स्तर से क्षेत्र के बांसवाड़ा करिरिया चाणदा बगली बहडावली खाकटा जाडला गांवों में पानी भर गया. बाढ़ की बढ़ती परेशानी के बीच बुंदी जिला प्रशासन भी सखावदा पहुंच गया. जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी ने बाढ़ की स्थिति ओर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया. 


बूंदी जिले में लगातार हो रही बारिश से पहले ही बाढ़ के हालात बने हुए थे, लेकिन कोटा बैराज से पानी की निकासी होने से चंबल में उफान आ गया. चंबल नदी के किनारे बसे गांव बाढ़ की चपेट में है. यहां सेना एसडीआरएफ सहित स्थानीय पुलिस प्रशासन इन्हें सुरक्षित बाहर निकाल कर रैन बसेरों में शिफ्ट कर रहा है. हालात यह है कि रात से ही सभी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर घरों की छतों पर बैठे हुए थे. बाढ़ क्षेत्र में इन्हें राशन भी पहुंचाया और उसके बाद सेना की मदद से सभी को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.


Reporter: Sandeep Vyas


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