बूंदी:  बूंदी महोत्सव के तीसरे और आखिरी दिन विदेशी पर्यटकों ने विलेज सफारी का लुत्फ लिया.  इसके तहत सभी पर्यटक पर्यटन स्वागत केंद्र से एकत्रित होकर वाहनों में सवार होकर ठीकरदा गांव पहुंचे, जहां वह ग्रामीण रहन-सहन वेशभूषा व संस्कृति से रूबरू हुए. पर्यटक स्वागत केन्द्र से विदेशी सैलानियों के वाहनों को नगर परिषद सभापति मधु नुवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ठीकरदा गांव में विदेशी पर्यटकों ने चाक में बर्तन बनाना, मांडने बनाना, आंगन को लीपना व उसमें कलाकृतियां बनाना जैसे कई घरेलू नुस्खे भी सीखे. 


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ग्रामीण जनजीवन से रूबरू होकर विदेशी पर्यटक बहुत आनंदित व खुश नजर आए. गांव पहुचने पर सभी पर्यटकों का सरपंच रजनी सैनी,ग्राम विकास अधिकारी रामप्रसाद गोचर व ग्रामीणों ने तिलक लगा व माल्यार्पण कर स्वागत किया। इसके उपरांत सभी पर्यटकों ने लोक कलाकार द्वारा प्रस्तुत लोकगीत व लोकनृत्य का आनंद लिया.


ये अधिकारी रहे मौजूद


इस दौरान जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी करतार सिंह, नगर परिषद आयुक्त महावीर सिसोदिया, उपखण्ड अधिकारी बूंदी सोहनलाल, बूंदी महोत्सव समिति के सदस्य पुरूषोत्तम पारीक, विकास अधिकारी मोहनलाल मीणा, जिला रसद अधिकारी शिवजीराज जाट आदि मौजूद रहे.


महोत्सव के तहत शनिवार रात को ऐतिहासिक चौरासी खंभों की छतरी पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मशहूर गायक सवाई भाट ने गीतों की स्वर लहरियां बिखेर कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया. वहीं, हीरने त्रिवेदी ने अपनी प्रस्तुतियां से लोगों को खूब गुदगुदाया. कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, अतिरिक्त जिला कलक्टर मुकेश कुमार चौधरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी करतार सिंह ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया.


Reporter- Sandeep Vyas