Bundi :राजस्थान के बून्दी जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते बीस साल बाद भी जिला ब्लड बैंक की कमियां पूरी नहीं हो पाई है. इसका खुलासा मंगलवार को कोटा से ब्लड बैंक का निरीक्षण करने आई सहायक औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लेकिन ब्लड बैंक में नियमों की पालना नहीं पाई गई. इसके चलते एक बार फिर ब्लड बैंक का रिन्यूअल अटक गया. बीस साल बाद भी अस्पताल प्रशासन ब्लड बैंक के नियमों को पूरा नहीं कर सका. जिसमें अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है.


कोटा के सहायक औषधि नियंत्रण अधिकारी प्रहलाद मीणा ने बताया कि जयपुर ड्रग कंट्रोलर से बूंदी के ब्लड बैंक के रिनीवल के निर्देश मिले थे. जिसके तहत बूंदी पहुंचकर ब्लड बैंक का निरीक्षण किया. जिसमें मौके पर की गई जांच पड़ताल में बैंक में कमियों की पूर्ति होना नहीं पाया गया. उन्होंने बताया कि बूंदी ब्लड बैंक का 2002 से रिन्यूअल पेंडिंग है.


4 जून 2019 को सेंटर और स्थानीय टीम ने बैंक का अंतिम निरीक्षण किया था, जिसमें 15 तरह की कमियां बैंक में मिली थी. टीम ने कमियां दुरुस्त होने पर ही बैंक का रिन्यूअल करने का निर्देश दिया था. आज मौके पर जांच की तो इनमें से अधिकतम कमियां वर्तमान में मौजूद है.


सहायक औषधि नियंत्रण अधिकारी मीणा ने बताया कि ब्लड बैंक में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और तकनीशियन का अपॉइंटमेंट लेटर ही नहीं मिला. बैंक में कार्यरत किसी भी स्टाफ का अपॉइंटमेंट लेटर नहीं है. वर्तमान में काम कर रहे डॉक्टर ऋषि कछावा मौखिक आदेश पर ही काम करते मिले. 


ब्लड बैंक 24 घण्टे काम करता है ऐसे में यहां पर परमानेंट दो दो जनों का स्टाफ होना अनिवार्य है, लेकिन यहां पर तो परमानेंट स्टाफ नहीं है, रोटेशन से ड्यूटी लगाकर काम चला रहे हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है. अस्पताल प्रशासन ब्लड बैंक की कमियों को पूरा करने को लेकर गंभीर नहीं है. अस्पताल प्रशासन को एक बार जल्द से जल्द कमियों को पूरा करने के निर्देश दिए हैं.


रिपोर्टर- संदीप व्यास


बूंदी की खबरों के लिये यहां क्लिक करें


अन्य खबरें


सिरोही में रेस्क्यू में लगे SDRF के जवान बहे, बूंदी में 8 गांव में बाढ़, जालोर में मूसलाधार बारिश


Chaksu : शवों को दफनाए जाने वाले मोक्षधाम में पानी भरा, रास्ता बंद, इसी पानी से रोजाना गुजर रहे स्कूली बच्चे और लोग