चित्तौड़गढ़: भारतीय किसान यूनियन ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन, ये रही मांगे...
चित्तौड़गढ़ के किसानों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
Chittorgarh: जिले के किसानों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है. किसानों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल को ज्ञापन सौंपते हुए, अपनी 5 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए कहा है. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष लेहरु लाल जाट ने बताया कि कल तेजा दशमी के किसान सम्मेलन में भारत सरकार से 5 सूत्री मांगे मनाने हेतु विचार विमर्श भारतीय किसान यूनियन के साथ किया गया. जिसमें एमएसपी गारंटी कानून के साथ स्वामीनाथन रिपोर्ट तुरंत लागू करने की मांग को प्रमुखता से रखा गया है. भारतीय किसान यूनियन की दूसरी मांग के अनुसार देश की सभी नदियों को जोड़कर अटल बिहारी वाजपेयी का सपना साकार किया जाये, जिससे पानी व अनाज की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो सके. लेहरुलाल ने कहा कि देश का किसान सुखी होगा तभी तो देश सुखी होगा.
ज्ञापन में तीसरी मांग के तौर पर बिजली नीति में किसानों को फ्री बिजली और सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाए ताकि बिजली की समस्या हल हो सके. चौथी मांग के अनुसार केन्द्र सरकार की अफीम नीति में विदेशी आयात को बंद करने की मांग की गई है, तो वहीं 1990 से कटे हुए सभी पट्टे बहाल करने एवं चार लाख नए किसानों को पट्टे दिलाने की मांग रखी है, जिससे देश का किसान आत्मनिर्भर हो सके. भारतीय किसान यूनियन की पांचवी एवं अंतिम मांग के अनुसार पहले ही देश में अतिवृष्टि और अनावृष्टि से किसानों की फसलों में नुकसान हो रहा है और विगत वर्षों में भी हुआ है. किसानों का फसल बीमा होने के बावजूद बीमा कंपनियों के द्वारा बीमित राशि नहीं दी गई है, जिससे कंपनियां तो मालामाल हो रही हैं, लेकिन देश का किसान कंगाल हो रहें हैं. भारतीय किसान यूनियन ने सभी मांगों पर सुनवाई करते हुए मांगों को पूरा करने की मांग की है.
Reporter - Deepak Vyas
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