चित्तौड़गढ़ कलेक्टर अरविन्द कुमार की ये खबर दिल जीत लेगी, कुर्सी छोड़ ऐसे मिले दिव्यांग से...
चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल की दिरियादिली के लोग कायल है. बस्सी उपखण्ड के रहने वाले एक दिव्यांग बालक की पिछले चार महीने से पेंशन रुकी हुई थी. कलेक्टर को जैसे ही जानकारी मिली वे तुरंत कुर्सी से उठ कर दिव्यांग बालक के पास पास पहुंचे और तत्काल प्रभाव से रुकी पेंशन चालू करवाई.
Chittorgarh News: जिला कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल की संवेदनशीलता देखने को मिली है. जिसमें जिला कलेक्टर की हर तरफ जमकर तारीफ सुनने को मिल रही है. दरअसल चित्तौड़गढ़ के बस्सी उपखण्ड के रहने वाले एक दिव्यांग बालक मोहम्मद रेहान पुत्र गुलाम जिलानी की पिछले चार महीने से पेंशन रुकी हुई थी. दिव्यांग रेहान लकवाग्रस्त व मानसिक विमंदित होकर चलने फिरने में असमर्थ था.
चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर पोसवाल की संवेदनशीलता
रेहान के पिता पेंशन चालू करवाने के किए उसे जिला मुख्यालय कलक्टर कार्यालय लेकर पहुंचे थे और कार्यालय के मुख्य द्वार की सीढ़ियों पर बैठे थे.
कुर्सी छोड़ दिव्यांग बालक से मिले
जैसे ही चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल को इसकी जानकारी मिली, वे तुरंत कुर्सी से उठ कर दिव्यांग बालक के पास पास पहुंचे और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक राम दयाल को कलक्ट्रेट बुलवाया. जिसके बाद जरूरी फॉर्मेलिटी पूरी कर बालक की रुकी पेंशन चालू करवाई. वहीं दिव्यांग बालक के माता पिता के अनुरोध पर बालक को एक व्हील चेयर भी उपलब्ध करवाई.
चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर की चर्चा
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जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने उप निदेशक को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें की ऐसे लोग जनकल्याणकारी योजनाओ से किसी भी हाल में वंचित नहीं रहे. दिव्यांग बालक के परिवार ने इस मदद के लिए जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल का आभार व्यक्त किया.