Chittorgarh: निम्बाहेड़ा क्षेत्र ग्राम अनरोदा में स्वच्छता एक अच्छी आदत है. जो हम सभी के लिए अति आवश्यक है. जानकारी देते बन्शीलाल धाकड़ हम अपने घर पालतू जानवर अपने आस-पास का क्षेत्र पर्यावरण, तालाब, नदी और स्कूल आदि सहित सबकी सफाई करते हैं. हमें सदैव साफ स्वच्छ और अच्छे से कपड़े पहनना चाहिए. ये समाज में अच्छे व्यक्तित्व और प्रभाव को बनाने में मदद करता है, क्योंकि ये आपके अच्छे चरित्र को दिखाता है. हमें अपने गली मोहल्ले और की साफ सफाई करनी चाहिए और लोगों को सफाई के लिए प्रेरित करना चाहिए. यह कहना है निम्बाहेड़ा तहसील मुख्यालय की ग्राम पंचायत अरनोदा के निवासी शंभू लाल पाटीदार का. 


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अपने जीवन के 70 बसंत पूर्ण कर चुके शंभूलाल पाटीदार लगभग 30 वर्ष की आयु से ही स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं. ये अपने निवास स्थान से गांव के धन्ना चौराहा तक प्रतिदिन सुबह-शाम से सफाई करते हैं, और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हैं. इनसें प्रेरणा लेकर चार पांच व्यक्ति और भी उनके पास के मोहल्ले में सफाई के प्रति जागरूक हुए हैं. और अपने मुहल्ले की सफाई का कार्य नित्य कर्म में शामिल किया है. सफाई के प्रति इनका जुनून तब से हैं जब गांव में कच्ची सड़के हुआ करती थी, धूल मिट्टी उड़ा करती थी, और उड़ती धूल पर पानी का छिड़काव कर उसको शांत करना,इन्होंने, अपनी दिनचर्या में शामिल था. इनके घर के पास ही चौपाल पर लोग सुबह शाम बैठते हैं एवं सर्दियों में धूणी चलती रहती है. जहां इनके सहयोग से अच्छा वातावरण उत्पन्न होता रहता है.


विगत वर्षों से जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को आवश्यक पाठ्यसामग्री और गणवेश अपनी वृद्धावस्था पेंशन से मिलने वाली राशि से उपलब्ध करवाते रहते है. पशु पक्षियों के प्रति अनन्य प्रेम एवं दया भाव रखते हैं. हर सुबह कबूतरों व पक्षियों को दाना डालते है , समय समय पर अनगिनत वृक्षारोपण भी करते हैं, खेत की मेड़ पर सार्वजनिक स्थान पर फलदार छायादार पौधे लगाते रहते हैं.


पशुपालन व्यवसाय


खेती के साथ-साथ पशुपालन मैं भी इनकी विशेष रुचि है. इनके पास 15 गाय एवं बछड़े हैं गायों का प्रतिदिन 40 लीटर दूध का उत्पादन होता है, इसका विक्रय डेयरी पर करते हैं. खेती के साथ साथ पशुपालन, मुख्य व्यवसाय के रूप में है. इससे अच्छी आमदनी होती है . गोबर के खाद का उपयोग खेती में करते है. इससे ये वर्मी कंपोस्ट भी बनाते है. इन्होंने, इनके, नाती को, इस व्यवसाय में प्रोत्साहित किया. वो आज सरस डेयरी दुग्ध संकलन केंद्र का. सफल संचालन कर रहा है. जिसका प्रतिदिन दुग्ध संकलन 750 लीटर है.


पाटीदार समाज के लिए वटवृक्ष


पाटीदार समाज में इनको वटवृक्ष के रूप में मानते है और सम्मान देते है, वहीं समस्त समाज इनके मार्गदर्शन में ही सारे सामाजिक पारंपरिक कार्य सम्पादित करते है. ये सामाजिक कुरूतियों का खुलकर विरोध करते हैं. इनकी दृष्टि में पुत्र पुत्री एक समान है.


दिनचर्या और स्वास्थ्य


किशोरावस्था से अब तक देशी दातुन जैसे नीम एवं बबुल की टहनी से दंत मंजन किया करते है. आज 70 वर्ष की आयु में भी इनके दाँत सही सलामत है . शम्भू लाल पाटीदार स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति भी कम जागरूक नही है , प्रतिदिन सायकल पर लगभग 10 किलोमीटर तक का सफर करते है, और ये इनके विचार से व्यायाम है,इससे शक्ति मिलती है इन्हें, किसी भी प्रकार का कोई भी रोग, जैसे हाई ब्लड प्रेशर , शुगर , श्वास रोग आदि कुछ भी नही है, ये आज भी एकदम स्वस्थ और निरोग है .इनका नियम है, रोज, प्रातः सूर्योदय के समय प्रतिदिन कुए के पानी से, तीनों ऋतुओ में स्नान करना व, खुद के कपड़े खुद धोते है. दिन में दो बार प्रातः-सायंकाल मंदिर में जाकर सत्संग कीर्तन करना इनकी दिनचर्या में सम्मिलित है. 


ग्रामपंचायत स्तर पर सम्मानित


पूर्व में स्वच्छता के इस श्रेष्ठ कार्य के लिए ग्रामपंचायत अरनोदा ने शंभूलाल पाटीदार को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया है एवं इनके आदर्शों को जीवन मे उतारने के लिए अपील की.


जनप्रतिनिधियों ने ग्राम चौपाल पर किया सम्मान


एक प्रवास के दौरान जब चित्तौड़गढ़ के सांसद चंद्रप्रकाश जोशी , जिला उप प्रमुख भूपेंद्र सिंह सोलंकी , जिला महामंत्री सोहन लाल आंजणा आदि की उपस्थिति में सार्वजनिक चर्चा में मुकेश पाटीदार (दद्दू) और शेलेन्द्र पाटीदार ने इनका जीवन परिचय दिया तो सभी जनप्रतिनिधियों ने भावविभोर होकर करताल से शंभूलाल पाटीदार का सम्मान किया. एवं इनके जीवन को जनसाधारण के लिए प्रेरणादायी और अनुकरणीय बताया .


Reporter- Deepak Vyas