Nimbahera: सप्तदश कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में शुक्रवार रात्रि को सुमंतु कथा मंडप में आयोजित भजन संध्या में श्री श्याम रंगीला बजरंग मित्र के लोक गायकों ने मनभावन भजनों की प्रस्तुतियां देकर समूचे वातावरण को भक्तिरस से सराबोर कर दिया. इस मौके पर गोपाल नामदेव ने जब भक्तों का कल्याण दरबार का आह्वान करते हुए अपनी की धून में कल्लाजी को लाग्यो दरबार, चालो जी चालो दर्शन ने भजन की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को आनंदित कर दिया.


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 उन्होंने वीर हजारों हंसते हंसते पहुंचे स्वर्ग लड़ाई में तथा सांवरे की महफिल को सांवरा ही सजाता है भजन की प्रस्तुति दी. यह भजन संध्या विजयकुमार शर्मा की गणेश वंदना से शुरू हुई. जिसमें उन्होंने अंजनी के लाल थोड़ा ध्यान दीजिए, मेरे सिर पर रख दो हाथ की प्रस्तुति दी. वहीं गोपाल विश्वकर्मा ने बम बम प्यारे, विवेक शर्मा ने मेरा श्याम बड़ा रंगीला तथा भावेशकुमार कुमावत और गंगाराम शास्त्री के भजनों पर नीमच के सूर भारती म्युजिकल ग्रुप के कलाकारों ने संगत दी. मध्य रात्रि तक चली भजन संध्या में बड़ी संख्या में दर्शकों ने आनंद उठाया.


ठाकुरजी की मनमोहिनी झांकी ने मोहा भक्तों का मन
सप्तदश कल्याण महाकुंभ के पावन अवसर पर वेदपीठ पर विराजित ठाकुर श्री कल्लाजी सहित पंच देवों का मंगला दर्शन के पश्चात 21 द्रव्यों से महारूद्राभिषेक कर उनका किया गया मनभावन श्रंगार श्रद्धालुओं को चकित कर गया. अपने आराध्य की मनमोहिनी झांकी के साथ वेदपीठ पर कमल तलाई में चलते फव्वारे, खिलते कमल और लड्‌डूओं सहित मिष्ठानों का छप्पनभोग का दृश्य नयनाभिराम था. जिसे हर कोई भक्त अपने नैत्रों में बसाने को आतुर दिखाई दिया.


मार्तण्ड महायज्ञ में लगभग 300 श्रद्धालु हुए शामिल
कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में द्युलोक स्थित श्री मार्तण्ड यज्ञशाला में द्वितीय दिवस शनिवार को लगभग 300 यजमान युगलों ने ब्रह्माण्ड के समस्त देवताओं एवं सूर्यनारायण तथा ठाकुर के नाम की गौघृत एवं शाकल्य से आहूतियां देकर सर्वत्र अच्छी वर्षा एवं खुशहाली की कामना की. इस दौरान यज्ञ मण्डप की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ देखी गई. कई श्रद्धालु जोड़े सहित 21 से 108 परिक्रमा करते नजर आए. यज्ञशाला में पहुंचने से पूर्व यजमान पुरूषों को वैदिक परम्परानुसार हेमान्द्री स्नान कराकर जनेऊ धारण कराया गया. सामूहिक हेमान्द्री स्नान का यह दृश्य भी पारम्परिक गुरूकूल परम्परा को प्रकट कर रहा था.


लघु नाटिका ने प्रकट की माता पिता की व्यथा
कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में शुक्रवार को ठाकुरजी की संध्या महाआरती के पश्चात सुमंतु कथा मंडप में विरांगनाओं द्वारा प्रस्तुत माता-पिता की व्यथा लघु नाटिका के जीवंत प्रदर्शन ने युवाओं के मन को झकझोर दिया. इस नाटिका के माध्यम से विरांगनाओं ने बताया कि संतान की निरंतर उन्नति पर माता-पिता हंसते हंसते लाखों रूपए खर्च कर उनकी प्रगति पर बडे़ ही खुश होते हो लेकिन बुढ़ापा आने पर वहीं संतान अपने पद और यश के घमण्ड में चूर होकर उन्हें अकेला छोड़ देते है. उस मार्मिक दृश्य को देखकर कई बुजुर्गों के नैत्रों से आंसु छलक गए. हर किसी ने विरांगनाओं की इस प्रस्तुति मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए तालिओं की गड़गड़ाहट के साथ उनका उत्साह वर्धन किया.


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सांसद जोशी ने ठाकुरजी के दर्शन कर भजन संध्या का लिया आनंद
सांसद सीपी जोशी ने शुक्रवार सायं कल्याण नगरी के राजाधिराज ठाकुर श्री कल्लाजी के मनभावन श्रंगार के दर्शन कर देश प्रदेश में खुशहाली की कामना की. उन्होंने ठाकुर को नमन करने के साथ ही कथा मंडप में आयोजित भजन संध्या में भागीदारी निभाते हुए भजनानंदी स्वर लहरियों का आनंद उठाया. सांसद जोशी के साथ अशोक नवलखा, नितिन चतुर्वेदी, देवकरण समदानी, रमेशचन्द्र वैष्णव ठाकुरजी के दर्शन किए. सांसद जोशी सहित सभी पदाधिकारियों का वेदपीठ के न्यासियों द्वारा ऊपरणा ओढ़ाकर कर अभिनन्दन किया गया.


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