चित्तौड़गढ़: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है. इसमें अशोक गहलोत बता रहे हैं कि प्रदेश में कांग्रेस रिपीट हो रही है और वह फिर से मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. चित्तौड़गढ़ दौरे के दौरान अशोक गहलोत को एक बुजर्ग ने आशीर्वाद दिया है कि वह प्रदेश के चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे.    


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चित्तौड़गढ़ दौरे पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जालमपुरा के 96 वर्षीय नगजीराम जाट से मुलाकात की. इस दौरान नगजीराम ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आशीर्वाद दिया. नगजीराम ने कहा कि आपको किसी चक्कर में नहीं पड़ना. अपना काम करते रहना है. अगर कोई दिल्ली बुलाए तो भी नहीं जाना है. दिल्ली खुद चलकर आपके पास आएगी. आपको चौथी बार मुख्यमंत्री बनना है. सीएम ने बुजुर्ग के साथ हुए संवाद को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. अशोक गहलोत ने ट्वीट किया  प्रदेश का माहौल देखकर ये तय है कि करोड़ों बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं के आशीर्वाद एवं समर्थन से 2023 में राजस्थान में पुनः कांग्रेस सरकार बनेगी. मेरी कामना है कि श्री नगजीराम शतायु हों एवं पुनः कांग्रेस सरकार बनने पर मैं फिर से आपका आशीर्वाद लेने चित्तौड़गढ़ आऊं.


सीएम ने शेयर किया वीडियो


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात चुनाव में व्यस्त हैं. सोमवार को राजकोट और सूरत में चुनावी दौरे के बाद वह उदयपुर में रात्रि विश्राम किए. उसके बाद मंगलवार को सीएम चित्तौड़गढ़, पाली समेत कई जगहों पर विकास कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया. इस दौरान चित्तौड़गढ़ में गहलोत ने बुजुर्ग नगजीराम से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. सीएम ने बातचीत का यह वीडियो ट्विटर पर साझा किया है. उसमें सीएम गहलोत एक बुजुर्ग से बातचीत कर रहे हैं. गहलोत बुजुर्ग से पूछ रहे हैं कि स्वास्थ्य ठीक है आपका.. उसपर वह कह रहा है कि हां मैं ठीक हूं. आप अच्छे रहिए. आप किसी दूसरे चक्कर में मत पड़ो, अपको चौथी बार मुख्यमंत्री बनना है. दिल्ली आपके पास खुद चलकर आएगी.  


 



पायलट और गहलोत गुट आमने-सामने


राजस्थान में गहलोत और पायलट गुट के बीच सियासी खींचतान लंबे समय से चल रही है. पायलट कैंप लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहा है. गहलोत के कई मंत्री भी पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत कर चुके हैं.  मंत्री हेमाराम चौधरी, वेद प्रकाश सोलंकी समेत कई नेता पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए खुले तौर पर पैरवी कर रहे हैं. वहीं, गहलोत समर्थक नेता चेहरा बदलने से पार्टी लड़खड़ाने की बात कह रहे हैं. मंत्री परसादी लाल मीणा ने तो यहा तक कह डाला है कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन हुआ तो पंजाब जैसे हालत हो जाएंगे.