जंगल में छिपा बैठा पैंथर, अंधेरा होते ही गांव में घुसता, पालतू पशुओं को बनाता शिकार
उपखंड क्षेत्र बेगूं के जोगणियामाता क्षेत्र, आस-पास के गांवों और राजमार्ग संख्या 27 से लगे अमरतिया गांव में पिछले कई दिनों से पैंथर का आतंक बना हुआ है. पैंथर रात के अंधेरे में जंगल से निकलकर गांव में घुसता है और लोगों के घरों और बाडों में बंधे रहने वाले पालतू मवेशियों का शिकार कर लेता
Begun: उपखंड क्षेत्र बेगूं के जोगणियामाता क्षेत्र, आस-पास के गांवों और राजमार्ग संख्या 27 से लगे अमरतिया गांव में पिछले कई दिनों से पैंथर का आतंक बना हुआ है.
पैंथर रात के अंधेरे में जंगल से निकलकर गांव में घुसता है और लोगों के घरों और बाडों में बंधे रहने वाले पालतू मवेशियों का शिकार कर लेता है. ऐसे में रात के समय ग्रामीणों का घर के बाहर सोना पड़ रहा है.
जोगणिया लमाता क्षेत्र से लगे गोपालपुरा, उमर, धारला, रवाड़दा के ग्रामीणों ने बताया कि पैंथर पिछले कई दिनों से उनके मवेशियों का शिकार कर उन्हें मौत का ग्रास बना रहा है. अब तक करीब एक दर्जन गाय और बछड़ों को अपना निवाला बना चुका है.
ग्रामीणों ने कई बार तेज रोशनी वाले टॉर्च से रात के समय जंगल की तरफ से आते पैंथर को देखा है. ग्रामीणों के हल्ला करने पर पैंथर आसपास जंगल की झाड़ियों में छुपकर फिर से मवेशियों पर हमला कर देता है. इस बारे में ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग को सूचित किए जाने के बाद भी विभाग द्वारा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाने से ग्रामीणों में दहशत बरकरार है.
इसी प्रकार राजमार्ग संख्या 27 से लगे अमरतिया गांव में भी पैंथर रात के अंधेरे में गांव में आकर पालतू पशुओं का शिकार कर रहा है. इस आशय की सूचना पर वन विभाग की टीम ने अमरतिया गांव में पहुंचकर पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है.
गौरतलब है कि बेगूं क्षेत्र के आसपास स्थित जंगल एवं अरावली और विंध्यांचल पर्वतमाला के बीच बड़ी संख्या में जंगली जानवर विचरण करते हैं. इन दिनों भीषण गर्मी के चलते जंगल में पानी के अभाव और पेट भरने के लिए जंगली जानवर पैंथर जंगल से निकलकर गांव का रुख करने लगे हैं.
Reporter-Deepak Vyas