Chittorgarh: भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति ने की मार्फीन नियम को खत्म करने की मांग
अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान-मध्यप्रदेश के संरक्षक मांगीलाल बिलोट के साथ राजस्थान-मध्यप्रदेश के अफीम किसानों का सौ सदस्यों का एक दल चित्तौड़गढ़ पंहुचा, जहां से रात को रेल मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुआ.
Chittorgarh: भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान-मध्यप्रदेश के संरक्षक मांगीलाल बिलोट के साथ राजस्थान-मध्यप्रदेश के अफीम किसानों का सौ सदस्यों का एक दल चित्तौड़गढ़ पंहुचा, जहां से रात को रेल मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुआ. इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम चित्तौड़गढ़ कलक्टर को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा.
ये भी पढ़ें- मूसेवाला को मारने के लिए राजस्थान से भेजे थे हथियार, गैंगस्टर दीपक मुंडी का खुलासा
ज्ञापन में अफीम किसानों की ओर से पांच सूत्री मांगों को दोहराते हुए मांगीलाल बिलोट ने कहा कि केन्द्र सरकार वर्ष 1997-98 से वर्ष 2022 तक विभिन्न कारणों से काटे गए सभी अफीम पट्टे जैसे घटिया, घाढता, वाटर मिक्स सपेक्टेड, लो मार्फीन, औसत कमी या अन्य किसी भी कारण से हो, को पुनः बहाल करे और सभी को अफीम के पट्टे समान आरी के लुवाई चिराई के अधिकार के साथ दिए जाए.
ये भी पढ़ें- ढाई साल के नाती को कट्टे में डालकर ले जा रही थी भिखारन, नानी ने शोर मचाकर पकड़वाया
अफीम किसानों पर थोपा गया मार्फीन नियम समाप्त किया जाए, क्योंकि मार्फिन किसान नहीं प्रकृति पर निर्भर है. अफीम खेती में मार्फिन नियम समाप्त कर मार्फिन की आड़ में थोपा गया सीपीएस पद्धति को भी समाप्त कर किसानों को अफीम का अंतरराष्ट्रीय मूल्य के मानक के अनुसार भुगतान किया जाए.
WTO कानून को रद्द कर कृषि और कृषि आधारित उत्पाद का विदेशी आयात बंद किया जाए और डोडा चूरा को एनडीपीएस एक्ट से बाहर निकालकर आबकारी विभाग को दिया जाए. 5 सूत्री मांगों को लेकर 20 सितंबर को राजस्थान मध्य प्रदेश और यूपी के किसान दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री को नारकोटिक्स विभाग की अफीम खेती की नीति वर्ष 2022-23 को अफीम किसानों की सहभागिता से बनाने हेतु ज्ञापन प्रेषित करेंगे. ज्ञापन देते समय वर्ष 2008 से 2022 तक आंदोलन कर रहे संघर्षी किसानों का प्रतिनिधिमंडल शामिल रहेगा.
चित्तौड़गढ़ में आज दिल्ली जाने के लिए सभी अफीम किसान एक जगह एकत्रित हुए फिर चित्तौड़गढ़ कलक्टर को जिला कलक्टर कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन दिया. ज्ञापन देते समय भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति के संरक्षक मांगीलाल मेघवाल बिलोट, राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह दास बैरागी, महासचिव भोपाल सिंह बादपुर मध्य प्रदेश, मंदसोर जिला अध्यक्ष नरसिंह डागी, चित्तौड़गढ़ जिलाध्यक्ष गोपाल टाइगर, मध्यप्रदेश के कुकड़ेश्वर तहसील अध्यक्ष भंवर सिंह, निर्भय सिंह आंजना जावरा, कमलेश पटेल, गोरी लाल धाकड़ रणावत खेड़ा सिंगोली, भेरूलाल मेघवाल, प्रताप मेघवाल, प्रकाश कुमावत बिलोट, नीमच जिले के युवा जिलाध्यक्ष संतोष अहीर, उदय लाल जणवा भानुजा, हरि सिंह चुंडावत, नंदलाल, जगदीश मेघवाल झांझलवास सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहें. ज्ञापन देने के बाद लगभग सौ की संख्या के आसपास अफीम किसानों ने मेवाड़ और चेतक एक्सप्रेस से दिल्ली कूच किया.
Reporter- Deepak Vyas
ये भी पढ़ें- जेल की बैरकों में पढ़ने को मजबूर इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चे, बैठने को जगह नहीं