Chittorgarh News : चित्तौड़गढ़ राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जन्मदिन के उपलक्ष्य में जयपुर में भाजपाइयों का विरोध प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया. राजस्थान सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग और चित्तौड़गढ़ जिला प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर तंज कसते हुए इसे पूर्व सीएम का अपमान कहा. साथ ही कहा कि केंद्र सरकार राजस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री राजे को पूरी तरह से निपटाना चाहती है. खाचरियावास बोले आज ही विरोध प्रदर्शन क्यों मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास शनिवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए राज्य सरकार की बजट घोषणाओं के लाभ के बारे में बताने के लिए जुड़े थे. बजट घोषणाओं के लाभ बताने से पहले ही उन्होंने आज जयपुर में हुए विरोध-प्रदर्शन को लेकर केंद्र सरकार के बारे में चर्चा करना शुरू कर दिया. लगभग दो घंटे देरी से वीडियो कॉन्फ्रेंस में जुड़ने के बाद उन्होंने कहा कि कहा कि चार मार्च को वसुंधरा राजे का जन्मदिन सालासर में मनाने का फैसला किया था. इसी दौरान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने 4 मार्च को ही विरोध-प्रदर्शन की डेट फिक्स कर दी. पांच मार्च को भी तो कर सकते थे. इससे यह साबित होता है कि दिल्ली के इशारे पर वसुंधरा राजे को पूरी तरह से निपटाने की तैयारी की जा रही है.


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उन्होंने कहा कि इससे यह बात साबित होती है कि मां, बहन, बेटी, महिलाओं का जिस घर में अपमान होता है, उस घर का जल्द ही अंत होता है. बीजेपी के अंत की शुरुआत हो चुकी है. राजनीतिक में कुर्सी देना या ना देना यह अलग बात है, लेकिन जो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, बीजेपी उनका जन्मदिन तक मनाने के इजाजत नहीं दे रही है. बीजेपी यह किस राह पर जा रही है. जो बीजेपी अपने घर पर महिला वसुंधरा राजे की सगी नहीं हो सकती, वह राजस्थान की जनता की भी सगी नहीं हो सकती.


प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत एडमिशन नहीं लिए जाने पर मंत्री खाचरियावास ने कहा कि इस तरह की शिकायतें हर जगह से आ रही हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 7 से 11 तक की शिक्षा बिल्कुल फ्री कर रखी है. ऐसे में अगर प्राइवेट स्कूल वाले आरटीई के तहत एडमिशन नहीं देंगे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. महिलाओं को मोबाइल देने का वादा पूरा नहीं करने की बात पर खाचरियावास ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बीजेपी को पाप लगेगा. एक मोबाइल को लेकर बैठे हैं. हमने बिजली फ्री करवाई है तो उस ऑफर को लेने से मना क्यों नहीं कर देते हैं. अब क्या जान लेकर छोड़ेंगे.