चित्तौड़गढ़ में पैंथर की हलचल से लोगों में खौफ, वन विभाग ने उठाया ये अहम कदम
मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा गांव में पैंथर की हलचल और मवेशियों के शिकार के कारण वन विभाग द्वारा लगाए गए.
Chittorgarh: जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा गांव में पैंथर की हलचल और मवेशियों के शिकार के कारण वन विभाग द्वारा लगाए गए. पिंजरे में रविवार देर रात एक मादा पैंथर शिकार की तलाश में कैद हो गई. जानकारी के अनुसार सतपुड़ा गांव में पिछले एक माह से पैंथर कई मवेशियों का शिकार करने से ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया.
यह भी पढ़ें- चित्तौड़गढ़ में पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में हो रही अवैध पार्किंग, प्रशासन बेखबर
पैंथर ने दो दिन पूर्व भी गांव में गाय के बछड़े का शिकार किया था, जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को दी गई, जिसे वन विभाग ने गम्भीरता से लेते हुए गांव में पैंथर की हलचल के अनुसार अलग-अलग जगह दो पिंजरे लगाए, जिसमें शिकार की तलाश में एक व्यस्क मादा पैंथर कैद हो गई. सोमवार अल सवेरे ने ग्रामीणों ने पिंजरे में कैद मादा को देखकर विभाग का सूचित किया.
जिस पर क्षेत्रीय वन अधिकारी राजेंद्र कुमार शर्मा, नाका इंचार्ज सहनवा भूपेंद्र कुमार मीणा, मनोज शर्मा, वन पाल इंद्र सिंह तंवरी, विशाल मीणा, वन रक्षक पंकज वैष्णव, नाथू सिंह की टीम ने मौके पर पहुंचे, जहां ग्रामीणों की भीड़ के बीच में से पिंजरे में कैद मादा पैंथर को ग्रामीणों के सहयोग से विभाग के वाहन में रखवाकर वन नाका हथनी ओदी ले जाया गया, जहां कुछ देर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए रखने पर उसके पूरी तरह स्वस्थ्य पाये जाने पर बस्सी वन्य जीव अभ्यारण्य में छोड़ दिया गया.
Reporter: Deepak Vyas