बड़ी सादड़ीः इस वर्ग में 66 बालक और 33 युवाओं ने अपने स्वयं के खर्च पर भाग लिया. रविवार रात्रि 8 बजे से सोमवार प्रातः 8 बजे तक आयोजित इस वर्ग मे विभिन्न सत्रों के माध्यम से शिक्षार्थियों के विकास की योजना की गयी. भोजन के पश्चात् प्रथम सत्र में पवन सेन ने शिक्षार्थियों का परिचय किया. अभ्यास वर्ग के उद्देश्य और उपयोगिता पर प्रकाश डाला. द्वितीय सत्र में मुकेश जाट और शक्ति चरण ने शिक्षार्थियों के लिए भारतीय संस्कृति पर आधारित प्रश्न मंच का आयोजन किया.


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इसमें अनेक रोचक प्रश्नों के माध्यम से मनोरंजन के साथ शिक्षार्थियों के ज्ञान मे वृद्धि का प्रयास किया गया. इसके पश्चात् शिक्षार्थियों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए विभिन्न रोचक व परंपरागत खेलों का आयोजन किया गया. आयु और कक्षा के अनुसार अलग-अलग दलों में शिक्षार्थियों का वर्गीकरण करके विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया.


शिक्षार्थियों ने खेलों का इतना आनंद लिया की खेल देर रात तक चलतें रहे. खेलों का संचालन रवि सोनी, शैलेन्द्र सिंह,सौरव नागौरी, प्रवीण शर्मा आदि ने किया. प्रातः 5:30 बजे सभी का जागरण हुआ. ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया. इसके पश्चात विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया. खेल के पश्चात के सत्र में ऋषि लव मुणेत ने श्रमदान का महत्व बताया और सभी शिक्षार्थियों ने अलग अलग दलों मे मंदिर परिसर में श्रमदान किया.


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श्रमदान के पश्चात् आयोजित सत्र मे राजेंद्र विजयवर्गीय ने व्यक्तित्व के विकास में संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डाला. इसके पश्चात् मातृभूमि की सेवा के संकल्प के साथ भारत माता की प्रार्थना की गई. वर्ग की व्यवस्थाओं मे गोपाल वैष्णव, राकेश मेहता, राजीव धोबी, अनिल मोची, रोहित मोची, ललित सोनी,नारायण वसीटा,अभय गदिया,प्रवीण सोनी,कमलेश पगारिया, अभय मेहता, सुनील मेहता, इदंरमल कंठालिया,कन्हैया लाल,सुरेश सोनी आदि का सहयोग रहा.


रिपोर्टर- दीपक व्यास