Nimbahera- पंजाब सरकार के अतिरिक्त निदेशक वित्त अवतार सिंह का मानना है कि, श्री कल्लाजी वेदपीठ सभी धर्मों के प्यार का प्रतीक है. इसी कारण इस प्रतिष्ठित संस्थान और देव स्थान से हर धर्म के लोग आत्मिक भाव से जुड़े हुए है. अवतारसिंह शुक्रवार को कल्लाजी वेदपीठ के सप्तदश कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में आयोजित त्रिदिवसीय गुरूग्रंथ साहिब के अखण्ड पाठ के शुभारंभ अवसर पर मत्था टेक कर बात कही. 


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इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, संभवतया यह प्रदेश का पहला धर्म स्थान है, जहां विभिन्न धर्मावलंबी पूरी श्रद्धा एवं उत्साह के साथ अपने आराध्य की पूजा अर्चना करने पहुंचते है. इस मौके पर चित्तौड़गढ़ से ज्ञानी हरमीत सिंह के साथ बूंदी से पाठी बलदेवसिंह, जिगर सिंह, गुरूमेज सिंह के जरिए अभिजित मुहूर्त में गुरूग्रंथ साहिब के अखण्ड पाठ का शुभारंभ किया गया. 


इससे पूर्व कल्याण नगरी के सिक्ख एवं सिंधी समाज के श्रद्धालुओं के जरिए अरदास कर ज्ञानी एवं पाठियों के सानिध्य में सुखमणी साहिब का पाठ किया गया. इस दौरान वेदपीठ के पदाधिकारियों एवं न्यासियों के जरिए आचार्यों एवं बटुकों के स्वस्ति वाचन के साथ ज्ञानी एवं पाठियों उपहरणा ओढ़ाकर कर और माल्यार्पण कर आत्मिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया. 


ज्ञानी हरमीतसिंह ने विश्वास दिलाया कि, इस पीठ पर गुरूग्रंथ साहिब के पाठ से देश- प्रदेश व कल्याण नगरी में सर्वत्र खुशहाली की अनुभूति होगी. वहीं, कल्याण महाकुंभ भी नगरवासियों की कल्पना से कई गुना अधिक भव्य होगा. इसी दौरान बड़ी संख्या में कल्याण भक्तों ने भी ठाकुरजी के साथ सजे दरबार में मत्था टेक कर यह कामना की. वेदपीठ के पदाधिकारियों ने बताया कि, गुरूग्रंथ साहिब के अखण्ड पाठ का विश्राम रविवार को होगा.उस समय कणहा प्रसाद का वितरण किया जाएगा.


नगर के मंदिरों में आमंत्रण आज


कल्याण महाकुंभ के भव्य आयोजन को द्विगुणित बनाने की कामना के साथ शनिवार को वेदपीठ की ओर से कल्याण नगरी के सभी 135 देवालयों में पुष्प, अक्षत, चंदन भेंटकर व दीप प्रज्ज्वलन कर वहां देवों एवं ईश्वरीय स्वरूपों को ठाकुर श्री कल्लाजी के दिव्य स्वप्न को साकार करने की कांमना की जाएगी.


Reporter: DeepK Vyas


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