सेठ मोहनलाल जालान कॉलेज में NSUI उपाध्यक्ष ने लगाया उपेक्षा का आरोप,करेंगी बहिष्कार
Churu News: सेठ मोहनलाल जालान राजकीय पीजी महाविद्यालय में मंगलवार को छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन होने जा रहा है, लेकिन सोमवार को एनएसयूआई की उपाध्यक्ष दिव्या हरितवाल ने कार्यक्रम में अपनी उपेक्षा बताते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार करने की बात कही.
Churu, Ratangarh: स्थानीय सेठ मोहनलाल जालान राजकीय पीजी महाविद्यालय में कल होने वाले छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम राजनीति की भेंट चढ़ता नजर आया है. आज एनएसयूआई की उपाध्यक्ष दिव्या हरितवाल ने कार्यक्रम में अपनी उपेक्षा बताते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार करने की बात कही.
इस दौरान दिव्या हरितवाल के नेतृत्व में छात्र छात्राओं ने विधायक अभिनेश महर्षि का पुतला जलाकर विरोध जताया. विद्यार्थियों ने विधायक अभिनेश महर्षी एवं कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए राजनीति करने का आरोप लगाया. छात्र संघ उपाध्यक्ष दिव्या हरितवाल ने बताया कि मैं एनएसयूआई से उपाध्यक्ष हूं इस कॉलेज में एबीवीपी के अध्यक्ष एवं महासचिव होने के कारण मेरी उपेक्षा की जा रही है. मै भी अपनी ओर से सरकार के जनप्रतिनिधियों को बुलाना चाहती हु, दिव्या का कहना है कि वह इस कार्यक्रम को 1 दिन बाद करवाने की इच्छुक थी, लेकिन उसकी बात को इग्नोर करते हुए कॉलेज प्रशासन एवं अध्यक्ष एवं महासचिव ने मिलकर अपनी मनमानी करते हुए यह कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है.
दिव्या ने कहा कि कार्यक्रम को लेकर जमकर राजनीति व जातिवाद किया जा रहा है, मैं इसका विरोध कर रही हूं. गौरतलब है कि कल आयोजित होने वाले कार्यक्रम के उद्घाटन करता राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ व कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रतनगढ़ विधायक अभिनेश महर्षी है.
इस संबंध में कॉलेज प्राचार्य ने बताया कि छात्र संघ में सर्वोच्च पद अध्यक्ष का होता है अध्यक्ष के अनुसार ही कार्यक्रम करवाया जा रहा है हमारी तरफ से कोई राजनीति नहीं की जा रही है. वही नाराज छात्र छात्राओं का कहना है कि वह कल आयोजित कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को काले झंडे दिखाकर कार्यक्रम का विरोध करेंगे. प्रदर्शन की जानकारी होने पर थाना प्रभारी सुभाष बिजारणिया भी कॉलेज पहुंचे जहां पर प्राचार्य कल्याण सिंह चारण एवं सीआई सुभाष बिजारणिया ने छात्र संघ उपाध्यक्ष दिव्या हरितवाल से समझाइश का प्रयास भी किया लेकिन वह अपनी बात पर अड़ी रही.