Sardarshahr : राजस्थान के चूरू में सरदारशहर के कंदोई बगीची में, बाल संत श्री भोले बाबा के नेतृत्व में, गांधी विद्या मंदिर गोशाला समिति और नगर पालिका की एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया. गो भक्तों का आरोप है कि गांधी विद्या मंदिर में शुरू किए गए, लंपी केयर सेंटर से बिना पूरा इलाज कराये, गोवंश को तुरंत वापस बाहर निकाल दिया जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गो भक्तों ने बताया कि नगरपालिका की तरफ से मृत पशुओं को खुले में छोड़ दिया जाता है और उनको विधि विधान से नहीं दफनाया जाता है. मामले को लेकर नगरपालिका, गोशाला समिति और गांधी विद्या मंदिर के पदाधिकारियों के साथ इस मामले पर गंभीरता से चर्चा की गई.


गोभक्तों ने मांग रखी कि लंपी केयर सेंटर का वक्त, सुबह 9 से रात 8 तक किया जाए, इसके अलावा अगर इमरजेंसी कोई केस होता है, तो रात  में भी गोवंश को केयर सेंटर में लिया जाए. गोशाला समिति लंपी, पीड़ित गोवंश को सही होने के 1 महीने के बाद, उन्हें गौशाला में लेगी और नगरपालिका की तरफ से, मृत गोवंश को विधि विधान से दफनाया जाएगा और मृत पशु को उठाने के लिए अतिरिक्त वाहन की व्यवस्था की जाएगी. इन सभी बातों को लेकर तीनों संस्थाओं से लिखित पत्र लिया गया, तब जाकर गो भक्तों का आक्रोश खत्म हुआ. 


आपको बता दें कि तहसील क्षेत्र में वर्तमान समय में सैकड़ों गोवंश लंपी बीमारी से पीड़ित होकर अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं. जिसको देखते हुए सैकड़ों गोभक्त हर दिन इनके इलाज में जुटे हुए हैं और अपने अपने स्तर पर इनका इलाज करवाना और पिकअप को एंबुलेंस का रूप देकर इन्हें लंपी केयर सेंटर पहुंचाना और लंपी रोग रोधी लड्डू बनाकर आवारा गोवंश को खिलाना जैसे कार्य कर रहे हैं.


इस बैठक में बाल संत श्री भोले बाबा ,दीपू जेसनसरिया, गिरधारीलाल पारीक, मुकेश देरासरी, संदीप सोनी, गोविंद सोनी, शंकर सोनी, नारायण भोजक, विष्णु भोजक, मांगीलाल सहित बड़ी संख्या में गौ भक्त मौजूद रहे.


रिपोर्टर- प्रदीप सोनी


चूरू की खबरों के लिए क्लिक करें