Churu News: कहते हैं कि कोई भी सफलता संसाधनों की मोहताज नहीं होती, बस आपको उसके लिए कड़ी मेहनत करनी होती है. ऐसी ही एक कहानी मुकल दीक्षित की है, जो चुरू जिले के एक साधारण परिवार के रहने वाले हैं. 


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मुकल दीक्षित ने बिना कोचिंग सेल्फ स्टडी कर सरकारी सेवा में रहते हुए RAS के एग्जाम पास किया. अपनी सफलता को लेकर मुकल दीक्षित ने कहा कि जब वह 14 साल के थे, तब उनके पिता का निधन हो गया है. इसके बाद उन्होंने अपनी नानी के घर में रहकर अपनी पढ़ाई की. 


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निजी कंपनी में किया जॉब
वहीं, मुकल दीक्षित निजी कंपनी में जॉब करने लगे, इस दौराना उनकी दीदी और जीजा ने सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए प्रेरित किया. इसी के चलते पहले ही प्रयास में मुकल ने बिना कोचिंग तालुका विधिक सेवा प्राधिकरण राजगढ़ चूरू में कनिष्ठ सहायक भर्ती में चयन हुआ और इसके बाद उन्होंने RPSC द्वारा अयोजित कनिष्ठ लेखाकार भर्ती में सफलता हासिल की. 


मुकल दीक्षित को पत्नी ने किया प्रेरित
मुकल दीक्षित ने 35 साल की उम्र में सेल्फ स्टडी कर RAS में 35वी रैंक हासिल की. मुकुल को RAS का एग्जाम देने के लिए उनकी पत्नी ने प्रेरित किया. वहीं, शादी के 2 साल बाद दो बच्चों के पिता मुकुल ने साल 2018 में RAS की परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने 1117 वी रैंक प्राप्त किया लेकिन उसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी. फिर बिना कोचिंग के साल 2021 RAS की परीक्षा दी और 35 वी रैंक हासिल की. 


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