Rajasthan Paper Leak Case:गत गहलोत सरकार में हुए पेपर लीक की गूंज पूरे विधानसभा चुनाव में सुनाई पड़ी. विधानसभा चुनाव में पेपर लीक का बड़ा मुद्दा बना. चुनाव के बाद जो परिणाम आए वो सबके सामने है. वहीं अब प्रदेश की भजनलाल सरकार बनने के बाद से ही पेपर माफिया सरकार के निशाने पर हैं.


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भजनलाल सरकार गठन के बाद अब तक 200 से ज्यादा पेपर माफिया सलाखों के पीछे जा चुके हैं. वहीं अब भी लगातार कार्रवाई जारी है. राजस्थान में पेपर लीक केस की जांच कर रही एसओजी और एसआईटी ने राजस्थान पुलिस अकादमी से 13 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को हिरासत में ले लिया. 


इसमें इस परीक्षा का टॉपर भी शामिल है. जांच एजेंसियों ने राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर और अजमेर स्थित किशनगढ़ ट्रेनिंग सेंटर से अब तक 15 अभ्यर्थियों को पकड़ा है. SOG के एक्शन के बाद सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 पर भी गंभीर सवाल उठने लगे हैं. वहीं प्रदेश में सरकार बदलने के बाद बेरोजगार युवाओं और भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं में वर्तमान सरकार से काफी उम्मीदें हैं. 



वर्तमान में पेपर लीक करने वालों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई से युवाओ में खुशी है. युवाओं का कहना है कि इस प्रकार से लगातार कारवाही होने से हम संतुष्ट हैं. वहीं युवाओं का कहना है कि हम लोग अपने घरों से संघर्ष करके आते हैं. घर से बाहर निकलते हैं. जब परीक्षा देने जाते हैं तो पता चलता है कि पेपर लीक हुआ है. 



उसके बाद हमारी भावनाएं तो सारी बिखर जाती है, इसके बाद सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन का प्रदर्शन करना पड़ता हैं. सरदारशहर की प्रीति जांगिड़, दीपक्षी पारीक, हर्षिता करनानी आदि छात्राओं ने बताया की हम अपने परिवार से दूर हो जाते हैं. तैयारी करते हैं ताकि कुछ बन जाएं. लेकिन पेपर लीक से हमारे सारे सपने बिखर जाते हैं. 


कभी बिना खाना खाए कोचिंग जाना पड़ता है, दोपहर तक आओ फिर खाना बनाओ, उसमें बीमार पड़ जाओ, फैमिली साथ नहीं रहते है. कैसे-कैसे हम लोग रहते हैं, सरकार को क्या पता है? लेकिन अब उम्मीद है कि नई सरकार कुछ नया करेगी और आगे से पेपर लीक नहीं होंगे.


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