चूरू: राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिला स्तर पर गठित टीम में स्कूल के विद्यार्थी की जगह दूसरे छात्र को शामिल कर प्रतियोगिता में खिलाने का आरोप लगाते हुए गांव लोहा के लोग लामबद्ध हो गए और स्कूल के तालाबंदी कर अपना विरोध जताया. प्राचार्य के आश्वासन के बाद ग्रामीणजन शांत हुए. मामले के अनुसार रतनगढ़ तहसील के गांव लोहा की महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक स्कूल से राज्य स्तरीय 14 वर्षीय छात्र हैंडबॉल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जिला स्तरीय टीम रामपुरा खेलने के लिए गई थी.


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इस टीम में स्कूल में पढ़ने वाले छात्र अरविंद बुडानिया की जगह अंशुल को भेज दिया गया. जबकि अंशुल इस स्कूल का छात्र नहीं है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अंशुल की मां सरकारी टीचर है तथा रतनगढ़ के गांव भोजासर की राजकीय स्कूल में पीटीआई के पद पर कार्यरत है. स्कूल प्रशासन से मिलीभगत कर पीटीआई ने अपने बेटे को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेज दिया. साथ ही इस छात्र की स्कूल रजिस्टर में 90 प्रतिशत उपस्थिति भी दर्ज है. जबकि उक्त बच्चा एक दिन भी स्कूल नहीं आया और अन्यत्र अध्ययनरत है.


इस बात को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया तथा अपना विरोध जताते हुए नारेबाजी की. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने उनसे वार्ता की तथा भविष्य में इस तरह की गलती नहीं दोहराने का आश्वासन दिया, तब जाकर बवाल शांत हुआ. प्राचार्य अयूब खां ने बताया कि उक्त छात्र अंशुल का स्कूल में एडमिशन है और वह एक निजी कोचिंग कक्षा में वर्तमान में पढ़ाई कर रहा है. वहीं सीबीईओ भंवरलाल डूडी से जब इस संबंध में वार्ता की, तो उन्होंने कहा कि नियमानुसार छात्र का चयन प्रतियोगिता के लिए किया गया था. ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन गलत है.


Reporter- Gopal Kanwar