सीएम गहलोत ने दिया आश्वासन, बांदीकुई भी बनेगा जिला ! अनशन खत्म
राजस्थान के दौसा के बांदीकुई को जिला बनाने की मांग को लेकर किया जा रहा अनशन खत्म हो गया है. मामले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सकारात्मक रूख अपनाया है.
Dausa News : राजस्थान के दौसा के बांदीकुई को जिला बनाने की मांग को लेकर प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. कृषि विपणन राज्य मंत्री एवं दौसा विधायक मुरारीलाल मीना और बांदीकुई विधायक, भवन एवं अन्य सनिर्माण राज्य स्तरीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष जी.आर.खटाणा के नेतृत्व में 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जयपुर पहुंचकर सीएमआर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिला बनाने की मांग को लेकर मांग पत्र सौंपा.
मांग पत्र में जिला बनाओ सर्व जातीय संघर्ष समिति के संयोजक श्यामसुंदर अग्रवाल सहित 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल रहा. उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष तथ्यात्मक रिपोर्ट रखकर बांदीकुई को जिला बनाने की पूर जोर मांग की. मंत्री मुरारीलाल मीना और विधायक जी.आर.खटाणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बांदीकुई को जिला बनाने की मांग दोहराई गयी.
विधायक जी.आर.खटाणा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिनिधि मंडल की बात सुनी और बांदीकुई को जिला बनाने को लेकर सकारात्मक आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जिला बनाने को लेकर आश्वासन देने के बाद 23 दिनों से आमरण अनशन पर रहें सुरेश आसीवाल को मंत्री मुरारीलाल मीना और विधायक जी.आर.खटाणा ने धरना स्थल पर ज्यूस पिलाकर उनका आमरण अनशन तुड़वाया.
मंत्री मीना ने कहा कि बांदीकुई को जिला बनाने को लेकर कई वर्षो से मांग चली आ रही हैं. इस पर बांदीकुई के साथ पक्षपात तो हुआ हैं क्योंकि अन्य कई छोटी जगहों को जिला बनाया गया.
वहीं विधायक जी.आर.खटाणा ने कहा कि संघर्ष समिति के द्वारा एक अच्छी मुहीम चलाई गई. जयपुर सीएमआर पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने जिला बनाने की मांग रखी गई. जिस पर जिला बनाये जाने को लेकर आश्वसान दिया.
संयोजक श्यामसुंदर अग्रवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद धरना समाप्त करने की बात कही. उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति का आंदोलन जारी रहेगा.
इस दौरान संयोजक श्यामसुंदर अग्रवाल, बसवा प्रधान सीताराम मीना, नगरपालिका अध्यक्ष इंदिरा बैरवा, महादेव खूंटला, अशोक काठ, बाबूभाई भाडे़डा, महेन्द्र दैमन, ओ.पी.बैरवा, विनेश वर्मा, जसवंत सिंह चौहान, मुकेश माल, सुशील सैनी, भगवान सिंह नरूका, गोकुल अवस्थी, बबलू तिवाड़ी, उदयभान सिंह गुर्जर सहित अन्य मौजूद रहें.