Bandikuai News: दौसा जिले में पिछले तीन दशक से पानी की विकराल समस्या है जिसके चलते जिले भर में जलदाय विभाग द्वारा नलों में 5 से 7 दिन में एक बार पानी की सप्लाई की जाती है और वह पानी भी फ्लोराइड युक्त होता है. ऐसी स्थिति में अगर पानी दूषित सप्लाई हो तो फिर लोग उस पानी को पीकर स्वस्थ रहेंगे या अस्वस्थ होंगे, यह समझा जा सकता है. दौसा के बांदीकुई में जलदाय विभाग द्वारा नलों में दूषित पानी सप्लाई किया गया. पानी इतना गंदा है कि उसे पीना तो दूर की बात, कपड़े धोने के काम नहीं लिया जा सकता. वहीं पानी में इतनी बदबू आती है कि जो पियेगा वह बीमार हुए बिना नहीं रह सकता.


दूषित मिले तो पानी के लिए हाहाकार मचना लाजमी - पार्षद महेंद्र देमन 


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स्थानीय पार्षद महेंद्र देमन का कहना है पहली बात तो यहां पानी की सप्लाई प्रतिदिन नहीं होती है. 7 दिन में एक बार जलदाय विभाग द्वारा नलों में पानी सप्लाई किया जाता है और वह पानी भी जब दूषित मिले तो पानी के लिए हाहाकार मचना लाजमी है. उन्होंने बताया पूर्व में भी दूषित और बदबूदार पानी नलों में सप्लाई हो चुका है. जिम्मेदारों को शिकायत देकर अवगत करवाया गया लेकिन उनकी समस्या का स्थाई समाधान नहीं हुआ ऐसे में लगता है जलदाय विभाग के जिम्मेदार अधिकारी किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं.


दूषित पानी पीने से 2 लोगों की जान चली गई


हाल ही में करौली जिले में दूषित पानी पीने से 2 लोगों की जान चली गई तो वही बड़ी तादाद में लोग उल्टी-दस्त का शिकार हो गए. जिनका अभी भी अस्पतालों में उपचार जारी है. ऐसे में क्या दौसा जिले का जलदाय विभाग भी बांदीकुई के लोगों को दूषित पानी पीने से बीमार होने का इंतजार कर रहा है. पार्षद महेंद्र देमन के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने हस्ताक्षरित पत्र विश्व स्वास्थ्य संगठन , प्रधानमंत्री कार्यालय के मुख्य सचिव , राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग , अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सहित दौसा कलेक्टर को भी मेल के जरिए भेजा है.


4 साल निकाल दिया लेकिन प्रदेश की जनता को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं- पूनिया


जलदाय विभाग द्वारा नलों में जो पानी सप्लाई किया जा रहा है उसका टीडीएसबी 4000 से अधिक है जो पीने योग्य नहीं है. ऐसे में सवाल यह है कि बाजार में टैंकरों द्वारा बिकने वाला मीठा पानी कहां से आ रहा है यह भी समझ से परे है. अब बांदीकुई के लोगों की मांग है उन्हें शुद्ध मीठा पेयजल उपलब्ध हो ताकि वह अपनी प्यास बुझा सके. वहीं करौली जिले में दूषित पानी पीने से बीमार हुए लोगों की हालत देख भाजपा भी सरकार पर हमलावर हो रही है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बयान देते हुए कहा सरकार ने 4 साल का समय निकाल दिया लेकिन प्रदेश की जनता को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए कोई नीति नहीं बना सकी. जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है अब सरकार के मंत्री बयान दे रहे हैं कि जल्द ही नीति बनाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा.