Dausa News: बसवा थाना क्षेत्र में बांदीकुई विधायक भागचंद टाकड़ा और वन कर्मियों के बीच शनिवार को हुआ विवाद का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है.


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आज जिले के वन कर्मियों ने दौसा डीएफओ कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया तो वहीं अनिश्चितकाल के लिए कार्य बहिष्कार करते हुए वन विभाग के कार्यालय में ताला जड़ दिया.


वन कर्मियों का आरोप है वनकर्मी राज कार्य कर रहे थे और इसी के चलते अवैध खनन कर परिवहन करते बजरी की ट्राली को पकड़ा था लेकिन विधायक भागचंद टाकड़ा, अवैध खनन माफिया और उनके समर्थकों ने जबरन ट्रॉली को छुड़वाया साथ ही उनके साथ गाली गलौज और अप शब्द बोलते हुए मारपीट की.


यहां तक की महिला वनकर्मी को भी नहीं बक्सा गया वहीं वन कर्मियों ने यह भी आरोप लगाया विधायक ने रिश्वत के मामले में उन्हें फसाने के लिए जबरदस्ती उनकी जेब में पैसे रख दिए वन कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मामले में दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कार्यवाही की मांग कर रहे हैं.


वन विभाग कार्मिक संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक महेंद्र चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा अगर पीड़ित वन कर्मियों को न्याय नहीं मिला और दोषियों के खिलाफ एक्शन नहीं हुआ तो उनका यह आंदोलन प्रदेश व्यापी भी बन सकता है.

वही वन कर्मियों द्वारा विधायक भागचंद टाकड़ा पर लगाए गए आरोपों को विधायक ने निराधार बताते हुए कहा वनकर्मी क्षेत्र में चौथ वसूली करते हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता वनकर्मी सिविल ड्रेस में थे और और पुलिस की मौजूदगी में उनकी जेब से रिश्वत की राशि भी बरामद हुई और जब मौके पर पुलिस बुलाकर उनका मेडिकल करवाया गया तो वह शराब के नशे में मिले.


ऐसे वन कर्मी सस्पेंड होने चाहिए नौकरी के अधिकारी नहीं है, वहीं वन कर्मियों का कहना है मेडिकल टीम ने विधायक के दबाव में उनके खिलाफ झूठ नशे में होने का सर्टिफिकेट दे दिया.