Dausa news: राजस्थान के दौसा जिले में अवैध खनन करता बेखौफ होकर नदियों को खोखला कर रहे हैं. प्रतिदिन नदियों से सैकड़ों ट्रॉली बजरी और मिट्टी निकाल कर मोटी कमाई करने में लगे हुए हैं, लेकिन हैरानी है कि कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं पुलिस प्रशासन और खनन विभाग अवैध खनन का खेल मुक दर्शक बनकर देख रहे हैं. आखिर पुलिस प्रशासन और खनन विभाग इस अवैध खनन को लेकर क्यों चुप बैठे हैं, क्या यह सब कोई बड़ी मिलीभगत का बड़ा खेल है जिसके चलते प्राचीन नदियों का स्वरूप बिगाड़ने के लिए अवैध खनन माफियाओं को खुली छूट दी हुई है. 


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दरअसल दौसा के महवा क्षेत्र से होकर गुजर रही बाणगंगा नदी में से प्रतिदिन अवैध खनन माफिया सैकड़ो ट्रॉली बजरी और मिट्टी का जेसीबी की मदद से दोहन कर रहे हैं. ग्रामीणों की माने तो अवैध खनन माफियाओं का खेल पिछले लंबे समय से जारी है जिसके चलते नदी में हाथी डूबने तक के गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं. वहीं इन अवैध खनन माफियाओं का इतना खौफ है कि ग्रामीण भी सामने आने से कतराने लगे हैं. 


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ग्रामीणों का कहना है पूर्व में कई बार शिकायतें की गई लेकिन उन शिकायतों पर कोई अमल नहीं हुआ, बल्कि जिम्मेदारों ने उन शिकायतों से अवैध खनन माफियाओं को अवगत कराया जिसके चलते ग्रामीणों को ही धमकियां मिली ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जिम्मेदार लोग ही इन अवैध खनन माफियाओं से मिले हुए हैं जो इनके साथ साथ जिम्मेदार भी अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं. यही हाल बांदीकुई क्षेत्र का है जहां से गुजर रही सांवा नदी और चारागाह भूमि से अवैध खनन का बड़े पैमाने पर अवैध खेल जारी है लेकिन वहां भी उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है. 


पूर्व में पक्ष हो या विपक्ष हो प्रदेश में हो रहे अवैध खनन को लेकर कई बार आवाजें उठ चुकी हैं लेकिन उसके बावजूद भी अवैध खनन का खेल दौसा जिले में बदस्तूर जारी है जबकि अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी सख्त निर्देश हैं कि प्रदेश भर से अवैध खनन का काम रुकना चाहिए. अब सवाल यह है कि जब जिम्मेदार आंखें मूंद कर बैठे हुए हैं तो फिर इस अवैध खनन के कारोबार पर अंकुश कौन लगाएगा.