दौसा में बांदीकुई और महवा को जिला बनाने की मांग, चुनाव से पहसे इन चुनौतियों से कैसे निपटेगी सरकार
Dausa News: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट रिप्लाई में राजस्थान में बड़े पैमाने पर जिलों की घोषणा की गई, तो कहीं पर खुशी जताकर पटाखे फोड़े गए तो कहीं पर विरोध के स्वर भी मुखर हो रहे हैं. विरोध के स्वर मुखर करने वालों में सत्ता पक्ष के और विपक्ष के विधायक भी शामिल हैं.
Dausa: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट रिप्लाई में राजस्थान में बड़े पैमाने पर जिलों की घोषणा की गई, तो कहीं पर खुशी जताकर पटाखे फोड़े गए तो कहीं पर विरोध के स्वर भी मुखर हो रहे हैं. विरोध के स्वर मुखर करने वालों में सत्ता पक्ष के और विपक्ष के विधायक भी शामिल. हैं जिन विधायकों का विधानसभा क्षेत्र जिला नहीं बना तो वह चाहते हैं. वह भी जिला बने कहीं पर जिले की सीमाओं को लेकर भी विवाद उभरने लगा है. प्रदेश में एक साथ 19 जिलों की घोषणा करने के बाद सरकार खुद जिलों के भंवर में फंस गई अब सरकार किसको राजी करें और किसको नाराज इसका नहीं मिल रहा सरकार को अभी तक कोई समाधान.
इसी साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में सरकार हर मुमकिन कोशिश कर हर किसी की नाराजगी दूर करने के लिए प्रयासरत है. लेकिन कोई न कोई नाराजगी सरकार के सामने आ रही है. आरटीएच के विरोध में डॉक्टरों की हड़ताल तो वहीं अपनी लंबित मांगों को लेकर कर्मचारियों की चेतावनी साथ ही और नए जिले बनाने की मांग को लेकर लगातार धरने प्रदर्शन सरकार के लिए मुसीबत बने हुए हैं ऐसे में सवाल यह है कि आखिर सरकार करे तो क्या करें कैसे प्रदेश के हर एक व्यक्ति की नाराजगी दूर करें.
दौसा जिले में भी अब 2 नए जिले बनाने की मांग तेजी के साथ उठने लगी है बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के लोग बांदीकुई को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं. इसमें लोगों के साथ बांदीकुई से सत्तापक्ष के विधायक जीआर खटाना भी लोगों की मांग के समर्थन में सड़क पर उतर गए हैं. तो वहीं महवा को जिला बनाने की मांग को लेकर सर्व समाज धरने प्रदर्शन कर रहा है. साथ ही अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू कर दिया गया है. दोनों ही विधानसभा क्षेत्र के लोग अपनी मांगों को लेकर अडिग है, और सरकार को चेतावनी भी दे रहे हैं जब तक उनके क्षेत्रों को जिला बनाने की सरकार घोषणा करेगी तब तक उनके धरने प्रदर्शन रुकेंगे नहीं.
बांदीकुई के लोगों का कहना है बांदीकुई नया जिला बनाने के लिए परिपूर्ण है हर तरीके से यहां की पद्धतियां जिले के अनुकूल है ऐसे में बांदीकुई हर हाल में जिला बनना चाहिए तो ही महुआ क्षेत्र के लोग भी भौगोलिक स्थिति को लेकर महवा को जिला बनाने की मांग को जायज बता रहे हैं दोनों ही विधानसभा क्षेत्र के लोग जिला बनाने की मांग को लेकर सड़क पर हैं और सर्व समाज का हवाला देकर मांग को न्याय संगत बता रहे हैं .बांदीकुई में जिला बनाने की मांग को लेकर लोगों ने सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए यज्ञ में आहुतियां दी तो वही महवा में लोग जिला बनाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं.
अब सवाल यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश में उठ रही लगातार जिला बनाने की मांग को कैसे शांत करेंगे कैसे नाराज लोगों को अपने पक्ष में करेंगे. क्योंकि इसी साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और सरकार का प्रयास है हर वर्ग उनके साथ हो लेकिन लगातार लोगों की सरकार के खिलाफ बढ़ रही नाराजगी सरकार के गले की फांस बनती जा रही है. ऐसे में चुनाव से पहले अगर सरकार सभी को अपने पक्ष में नहीं कर पाई तो कांग्रेस को इसका बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.