Dausa latest News: राजस्थान के दौसा जिले में सिकराय क्षेत्र के हिंगवा गांव में नाथ संप्रदाय का राजस्थान का प्रमुख आश्रम स्थापित है. फिलहाल इस आश्रम की गद्दी पर महंत लक्ष्मण नाथ 40 वर्षों से विराजमान हैं और अग्नि कुंडों के बीच बैठकर इस कड़ी धूप में जो अग्नि तपस्या कर रहे हैं, वो संत विजय दास महाराज हैं, इन्हीं के शिष्य हैं इस भौतिकवादी युग में कोई किसी की नहीं सोचता लेकिन साधु संत हैं कि वह हमेशा विश्व कल्याण की कामना को लेकर काम करते हैं. 


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जेठ का महीना सूरज की तपिश 46 डिग्री तापमान के बीच साधु की अग्नि तपस्या देखकर हर कोई हैरान है. नाथ संप्रदाय के साधु विजय दास महाराज दोपहर के वक्त 11:30 से 3:30 बजे तक अग्नि कुंडों के बीच बैठकर परमार्थ के लिए तपस्या कर रहे हैं. साधु विजय दास महाराज ऐसा पहली बार नहीं कर रहे बल्कि पिछले 20 सालों से हर बार गर्मी के दौरान 41 दिन की अग्नि कुंडों के बीच बैठकर यह तपस्या करते आ रहे हैं. इस बार भी उनकी यह तपस्या 25 जून को पूरी होगी.


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अग्नि के बीच बैठकर तपस्या कर रहे विजय दास महाराज भी उनमें से एक हैं. आज दुनिया में चारों तरफ स्वार्थ के लिए हाहाकार मचा है लेकिन देश दुनिया के साधु संत इन सब से परे हटकर जीव कल्याण की भावना को ध्यान में रखते हुए तपस्या करते हैं, ताकि विश्व का कल्याण हो लोग सुख शांति से जीवन यापन कर सके. 


हिंगवा गांव में अग्नि कुंडों के बीच बैठकर तपस्या कर रहे विजय दास महाराज भी इसी मकसद के साथ अपने आप को सूर्य देव के 46 डिग्री तापमान के बीच तपा रहे हैं, ताकि आमजन का भला हो सके और भगवान इंद्रदेव उनकी तपस्या से खुश होकर इलाके में अच्छी बारिश करें ताकि खेत खलियान हरे भरे हों और लोगों के चेहरे पर मुस्कान दिखे. इस कड़ी धूप में अग्नि कुंडों के बीच बाबा विजय दास महाराज के कठोर तप को देखकर हर कोई दातों तले उंगलियां दबा रहा है.