Dausa, Sikrai: दौसा के मेहंदीपुर बालाजी में आज विप्र फाउंडेशन के बैनर तले विप्र महाकुंभ का आयोजन हुआ जहां विप्र समाज के सभी राजनीतिक दलों के नेता एक मंच पर दिखाई दिए.


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राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, विधायक अभिनेष महर्षि, मसूदा विधायक राकेश पारीक , समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष अर्चना शर्मा , महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा, पूर्व विधायक शंकर शर्मा, सपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष पंडित रामकिशन, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील ओझा, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी,सालासर मंदिर के मांगीलाल पुजारी , पूर्व मंत्री रघु शर्मा, कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज , कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ , राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी मौजूद रहे. वही सम्मेलन में बड़ी तादाद में विप्र समाज के पदाधिकारी और महिला पुरुष शामिल हुए.


सांसद घनश्याम तिवारी ने मंच से अपने उद्बोधन में कहा हम किसी समाज या जाति के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन हमारा हक भी हमको मिलना चाहिए ब्राह्मण वर्ग को अलग से आरक्षण मिले. तिवारी ने कहा हमारे ऊपर दोहरी जिम्मेदारी है अपने समाज को संगठित करने की और सामाजिक समरसता कायम करने की ब्राह्मण कर्मकांड के लिए या धार्मिक कृत्यों के लिए किसी को भी मना नहीं कर सकता. क्योंकि वह समाज की धुरी है और समाज को एक दोहरे में बांधना उसका काम है. वहीं घनश्याम तिवारी ने कहा सरकार जो मंदिरों का अधिग्रहण कर रही है वह तुरंत बंद होना चाहिए. जिन मंदिरों का अधिग्रहण कर लिया गया है उन मंदिरों को वापस लौटाना चाहिए. जैसे वक्फ बोर्ड का है उसी प्रकार हिंदू रिलिजियस एक्ट भी बनना चाहिए.


वहीं पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने अपनी बात कहते हुए कहा किस तरह से समाज एकजुट हो उसमें मजबूती आए हमारा आपस में प्यार और भाईचारा बड़े और हमारा समाज कैसे प्रगति करें. इसके लिए हर सभ्य समाज में ऐसे समागम होने चाहिए और हमारा समाज भी इसलिए जुटा है की सामाजिक आर्थिक राजनीतिक रूप से समाज कैसे आगे बढ़े. उस पर चर्चा हो रही है वही समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने कहा ऐसे आयोजनों में समाज में व्याप्त विसंगतियां कुरीतियां या बुराइयां दूर करने को लेकर चर्चा होती है. साथ ही विप्र फाउंडेशन द्वारा यह प्रयास किया जाता है कि समाज के युवा महिलाएं कैसे प्रगति करें और कैसे उनका मार्ग प्रशस्त हो.


वहीं राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी ने विप्र समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा राजस्थान में मुख्य सचिव ब्राह्मण है तो वही पुलिस महानिदेशक भी ब्राह्मण है. राजस्थान लोक सेवा आयोग के चेयरमैन भी ब्राह्मण हैं, तो राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष भी ब्राह्मण है. वहीं चुनावी घोषणा पत्र के मुताबिक सरकार ने विप्र कल्याण बोर्ड का गठन किया और उसमें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाए गए. साथ ही प्रदेश में करीब 80 बोर्ड है जिनमें से दस से ग्यारह अध्यक्ष उपाध्यक्ष ब्राह्मण हैं.