Dausa News: राजस्थान में कोई भी परीक्षा पारदर्शिता के साथ शांतिपूर्ण संपन्न करवाना सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए एक ओर जहां बड़ी चुनौती होता है तो वहीं परीक्षार्थियों के लिए भी परीक्षा का समय आते ही तनाव और भय का माहौल पैदा करता है परीक्षा के डर से कई बार परीक्षार्थी अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं. जिसके चलते पेपर में उनको सब कुछ आते हुए भी वह उन प्रश्नों का जवाब उत्तर पुस्तिका में ठीक से नहीं दे पाते और उसका सबसे बड़ा कारण होता है.


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परीक्षार्थी के जहन में परीक्षा का डर है और प्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी है ऐसे में बोर्ड परीक्षा के भय से तनाव ग्रस्त नहीं हो इसको लेकर दौसा से विधायक और कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा छात्र-छात्राओं से संवाद कर उन्हें परीक्षा में सफलता के टिप्स दिए ताकि बच्चे परीक्षा को लेकर भयभीत नहीं हो और कोई गलत कदम भी नहीं उठाएं.


हाल ही में दौसा के लालसोट में एक दसवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी का फंदा लगाकर मौत को इसलिए गले लगा लिया था कि वह बोर्ड परीक्षा की सफलता को लेकर भयभीत हो गई थी और उसने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था. जिसमें लिखा हुआ था कि मैं 95 प्रतिशत से अधिक अंक नहीं ला सकती ऐसे में मैं दसवी कक्षा से परेशान हो गई हूं और मम्मी पापा को सॉरी लिखते हुए छोटे भाई को आई लव यू लिखा और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी. जिसको देखते हुए मंत्री मुरारी लाल मीणा ने यह पहल करते हुए छात्र-छात्राओं से संवाद किया उनके सवालों का जवाब दिया ताकि बच्चे परीक्षा को लेकर तनाव में नहीं आए बल्कि हंसी खुशी सहज स्वभाव में रहकर परीक्षा दे जिससे उन्हें सफलता भी मिल सके.


छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा आपका काम है. मेहनत और लगन से पढ़ाई करना और जब परीक्षाएं शुरू होती हैं तो तनाव में बिल्कुल भी नहीं आए मन को प्रफुल्लित रखें और अपने आप पर भरोसा रखें. अपना आत्मविश्वास खोए नहीं आत्मविश्वास और आत्मबल के दम पर निश्चित रूप से आपको सफलता मिलेगी वहीं कई बार किसी कारणवश मेहनत के बावजूद भी असफलता मिलती है तो उससे मायूस नहीं हो घबराए नहीं आप फिर से मेहनत करें तो निश्चित रूप से आप सफल होंगे. लेकिन परीक्षा के नाम से डर और भय अपने अंदर नहीं आने दे डर और भय अंदर आएगा तो आपको जो भी याद होगा वह भी आप परीक्षा में नहीं लिख सकेंगे.


कई विद्यार्थियों ने मंत्री मुरारीलाल मीणा से सवाल करते हुए कहा आप सरकारी नौकरी में थे फिर आप राजनीति में क्यों आए तो मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि मैं खुद एक गरीब परिवार से हूं और शिक्षा के दम पर ही यहां तक पहुंचा हूं मैंने 20 साल तक सरकारी नौकरी की और जब मैं आर्थिक रूप से सक्षम हुआ तो फिर मैंने राजनीति में कदम रखा और सफलता मुझे लगातार मिलती चली गई और राजनीति में आकर अब मैं लोगों की भलाई और जनसेवा का काम कर रहा हूं. राजनीति में आने से पहले आर्थिक रूप से समृद्ध होना बेहद जरूरी है ताकि आप राजनीति में पहुंचकर भ्रष्टाचार नहीं करें ओर पाक साफ रहकर लोगों के दुख दर्द दूर करते रहे.


मंत्री मुरारी लाल मीणा द्वारा दौसा विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा को लेकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए हवाई यात्रा कार्यक्रम भी चलाया हुआ है जिसके तहत सबसे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को वह स्वयं के खर्चे पर राजस्थान में कहीं पर भी एक जगह हवाई यात्रा करवाते हैं ऐसे में विद्यार्थियों ने मंत्री से सवाल किया कि आपकी यह हवाई यात्रा का कार्यक्रम कब तक जारी रहेगा तो मंत्री ने छात्र-छात्राओं को जवाब देते हुए कहा जब तक आप और आपके अभिभावक मुझे यहां से विधायक बनाते रहेंगे.


 मैं इस हवाई यात्रा के कार्यक्रम को निरंतर जारी रखूंगा विद्यार्थियों ने कहा हम चाहते हैं आप राजस्थान की नहीं देश की हमें यात्रा करवाए तो मुरारी लाल मीणा ने कहा आप अगर मुझे लोकसभा में भेजोगे तो मैं आपको भारत भ्रमण भी करवाऊंगा. छात्र-छात्राओं के साथ संवाद कार्यक्रम के दौरान मंत्री और उनके समर्थक वोट मांगते भी नजर आए शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मुरारी लाल मीणा के पक्ष में वोट देने की बात बोलते हुए दिखाई.