Rajasthan News: पिछले दिनों राजस्थान विधानसभा में गुंजा राजेंद्र गुढ़ा मामला. मंत्री ममता भूपेश ने बड़ा बयान दिया है, तो वहीं राजस्थान की विधानसभा में इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जो विधानसभा में इस तरह की गर्माहट देखने को मिली विधानसभा में हुई इस घटना को लेकर पक्ष और विपक्ष के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. तो वहीं, सत्तापक्ष से जुड़े नेता इस घटना को निंदनीय बता रहे हैं.


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राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी के मुद्दे को लेकर जब दौसा के सिकराय से विधायक और राजस्थान सरकार में महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश से बात की तो उन्होंने कहा लाल डायरी में क्या था क्या नहीं था. उसके बारे में तो मैं नहीं जानती लेकिन विधानसभा में जो कृत्य किया गया वह अमर्यादित था.


 संवैधानिक पद की जो गरिमा होती है, उसे तार-तार किया गया, और मैं इस बात की निंदा करती हूं. एक बुजुर्ग संसदीय कार्य मंत्री पर आकर हमला किया गया, जो नहीं करने चाहिए थे, वहीं, मंत्री ममता भूपेश ने राजेंद्र गुढ़ा के साथ सदन में मारपीट होने के सवाल पर कहा आजकल सब लाइव चलता है, हर चीज की विधानसभा में रिकॉर्डिंग होती है. उस रिकॉर्डिंग में पता चल जाएगा किस ने क्या किया? दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. किसने शुरुआत की कौन-कौन विधायक थे, कौन नहीं थे सब सामने आ जाएगा.


भूपेश ने कहा शांति धारीवाल कि हम सब इज्जत करते हैं, वह बुजुर्ग वरिष्ठ नेता है और उनके ऊपर इस तरह का हमला करना बेहद निंदनीय है, वहीं, मंत्री ममता भूपेश से जब सवाल किया गया कि क्या राजेंद्र गुढ़ा ने यह सब भाजपा के इशारे पर किया है, तो भूपेश ने कहा कुछ दिन रुकिए यह सब समझ में आ जाएगा. सामने भी आ जाएगा, किस के इशारे पर किया हुआ है,


 मंत्री ममता भूपेश ने कहा जब से सरकार बनी है, तब से उसे गिराने की कोशिश की गई. अन्य प्रदेशों में सरकार गिरा दी महाराष्ट्र , कर्नाटक , मध्य प्रदेश , भाजपा कांग्रेस की सरकारों को राज नहीं करने देना चाह रही. एक तानाशाही प्रवृत्ति इस समय देश में चल रही है और उनके खिलाफ जाकर 5 साल तक हमने बहुत दमदार राज किया. 


जनता ने हमें मौका दिया था और जनता के हित में हमने काम किया उस से बौखलाई बीजेपी इस समय कुछ भी कर सकती है उनके यह समझ में आ चुका है कि 2023 का गेम उनके हाथ से निकल चुका है, राजस्थान की जनता कांग्रेस के पक्ष में मूड बना चुकी है.


वहीं, विधानसभा में हुए घटनाक्रम को लेकर जब दौसा से विधायक और कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा से बात की तो उन्होंने कहा उस दौरान सदन में क्या हुआ क्या नहीं हुआ मुझे पता नहीं है,


 क्योंकि मैं सदन में मौजूद नहीं था, लेकिन जो कुछ भी हुआ वह निंदनीय है. मुरारी लाल मीणा ने कहा यह बात सही है, राजेंद्र गुढ़ा हमारे साथी रहे हैं, मेरे मित्र भी हैं लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मुझे ज्यादा कुछ जानकारी नहीं है. मुरारी लाल मीणा से जब यह सवाल किया गया. क्या यह सब बीजेपी के इशारे पर हुआ तो उन्होंने कहा बीजेपी तो बवंडर करने में माहिर है, उनका काम है खेल बिगाड़ना.


वहीं, विधानसभा में हुए घटनाक्रम को लेकर जब दौसा के बांदीकुई से विधायक जी आर खटाणा से बात की तो उन्होंने कहा इस दौरान यह घटना हुई, मैं सदन में मौजूद था. मेरे सामने का घटनाक्रम है. खटाना ने कहा राजेंद्र गुढ़ा के हाथ में जो लाल डायरी थी, उसको उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को देने का प्रयास किया. इसके लिए अध्यक्ष महोदय ने उनसे कहा आप मुझसे मेरे चेंबर में आकर मिलिए.


 इस दौरान शांति धारीवाल कुछ बोलने लगे तो राजेंद्र गुढ़ा ने आकर उनके माइक को एक तरफ कर दिया. इसी बीच दूसरे विधायक और मार्शल आ गए. उन्हें पकड़कर बाहर ले गए. खटाना ने कहा यह कोई अच्छी घटना नहीं है, लोकतंत्र के लिए विधानसभा के लिए खटाना ने कहा डायरी में क्या था यह तो हमने नहीं देखा. लेकिन यह जरूर देखा कि राजेंद्र गुढ़ा के हाथ में लाल डायरी थी, और वह विधानसभा अध्यक्ष को देने का प्रयास कर रहे थे.


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