Rajasthan News: धौलपुर पुलिस ने चोरी के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 70 लाख रुपए के मोबाइल टावर के महंगे उपकरण (आरआरयू/बीटीएस) बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो लोग पूर्व में मोबाइल टावर कंपनी में काम कर चुके थे, जिन्होंने मोबाइल टावर के महंगे उपकरणों की पहचान कर उन्हें चुराने के लिए गैंग बनाई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


मोबाइल टावर कंपनी में काम कर चुके थे 2 आरोपी
मामले का खुलासा करते हुए एसपी सुमित मेहरड़ा ने बताया कि धौलपुर जिले में तीन दर्जन से अधिक मोबाइल टावर पर महंगे उपकरण की चोरी की वारदातें दर्ज हुई थी, जिसका खुलासा करने के लिए सदर थाना प्रभारी रामनरेश मीणा और बाड़ी थाना प्रभारी विनोद कुमार के नेतृत्व में साइबर थाने के साथ साइबर सैल, क्यूआरटी और डीएसटी टीम का गठन किया गया था. टीम ने मामले का खुलासा करते हुए मोबाइल टावर में पूर्व में काम कर चुके दो आरोपी अर्जुन सेन (23) पुत्र हरविलास निवासी कायस्थपाड़ा, बाड़ी और राजू बघेल (22) पुत्र रमेश चंद निवासी कायस्थपाड़ा, बाड़ी को गिरफ्तार कर लिया.  



इन आरोपियों के साथ मिलकर वारदात को दिया अंजाम
वहीं, पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पुणे मोबाइल टावर के महंगे उपकरण की अच्छी पहचान है, जिसको लेकर उन्होंने धौलपुर, भरतपुर और करौली के लोगों को मिलाकर एक गैंग बना ली. दोनों मुख्य आरोपी के साथ गैंग में शामिल दूसरे आरोपी राजू (21) पुत्र रोशन लाल, कुलदीप (22) पुत्र मोहन सिंह, भूरा (25) पुत्र रसाल सिंह, परमाल सिंह (25) पुत्र रघुनंदन, अजय उर्फ कल्ली (19) पुत्र कप्तान सिंह, रिंकू गुर्जर (24) पुत्र लाखन सिंह निवासीगण बाड़ी, भरतपुर के सुरेंद्र (33) पुत्र साहब सिंह और करौली के करतार (23) पुत्र जगदीश से की गई पूछताछ के बाद पुलिस ने करीब 70 लाख रुपए के मोबाइल उपकरणों को बरामद कर लिया. 



दिल्ली से एक आरोपी गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि साइबर सेल के हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह के साथ पुलिस की स्पेशल टीम में चोरी के उपकरण खरीदने के मामले में नई दिल्ली में दबिश देकर आरोपी असलम (35) पुत्र शहीद अहमद निवासी सरीन बाग को गिरफ्तार किया हैं



ये भी पढ़ें-रिश्ते हुए शर्मसार! पिता को लगी अवैध संबंध भनक, तो बेटे ने कुल्हाड़ी से कर दी हत्या