Dholpur: धौलपुर सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के बीहड़ों में जिला पुलिस को बड़ी को सफलता मिली. एक लाख से पंद्रह हजार का इनामी डकैत केशव गुर्जर मुठभेड़ के दौरान हत्थे चढ़ गया. पैर में गोली लगने से घायल हुए डकैत केशव गुर्जर को जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है. डकैत के कब्जे से पुलिस ने एक अवैध पचपेड़ा राइफल के साथ जिंदा कारतूस भी बरामद किए है.


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पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया बजरी, बंदूक बागी और बदमाशों की धरपकड़ के लिए जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया एक लाख पंद्रह हजार रुपए का कुख्यात डकैत केशव गुर्जर विगत लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रहा था.


धौलपुर पुलिस को जरिए मुखबिर सूचना मिली डकैत केशव गुर्जर की आमद रफद सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के जंगलों में देखी गई है. एसपी ने बताया मुखबिर की सटीक सूचना एवं तकनीकी यंत्रों पर डीएसटी टीम के साथ बाड़ी सदर कोतवाली पुलिस टीम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया. उन्होंने बताया कि सोन बाबा जंगल के आश्रम के पास पुलिस टीम ने घेराबंदी कर डकैत केशव गुर्जर को ललकारा, लेकिन डकैतों की गैंग ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी डिफेंस में गोली का जवाब गोली से दिया. इस दौरान डकैत केशव गुर्जर के पैर में गोली लगने से जख्मी हो गया.


एसपी ने बताया डकैत गैंग के करीब तीन बदमाश जंगल में फरार हो गए. जिनकी पुलिस टीम बीहड़ों में सर्चिंग कर तलाश कर रही है. एसपी ने बताया डकैत केशव गुर्जर विगत 10 साल से राजस्थान मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में वारदातों को अंजाम दे रहा था. जिसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, नकवजनी,रगदारी फिरौती जैसे करीब चार दर्जन संगीन धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. डकैत केशव गुर्जर राजस्थान के टॉप टेन अपराधियों में शुमार रहा है


अस्पताल बना पुलिस छावनी


पैर में गोली लगने से घायल हुए डकैत केशव गुर्जर को जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. एहतियात एवं सुरक्षा की दृष्टि से जिला अस्पताल पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया है. एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया जिला अस्पताल पर सुरक्षा के माकूल इंतजाम किए हैं.


10 वर्ष से खेल रहा था पुलिस के साथ लुका छुपी का खेल:


डकैत केशव गुर्जर विगत 10 साल से पुलिस के साथ लुका छुपी का खेल खेल रहा था. डांग क्षेत्र में डकैत के केशव गुर्जर को शरण मिल रही थी. चंबल के बीहड़ मध्य प्रदेश सीमा से सटे होने के कारण डकैत गैंग को फरार होने में आसानी रहती थी. उधर डांग क्षेत्र में ग्रामीणों का भी सहयोग डकैत गैंग को मिल जाता था. जिस वजह से पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी. लेकिन पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह की कुशल कार्यशैली एवं रणनीति की बदौलत आखिरकार सोमवार को डांग क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान उसको दबोच लिया. डकैत केशव गुर्जर की पिछले कई वर्षों में पुलिस से कई बार आमना-सामना हो गया था पुलिस डकैत के बीच चार से पांच बार मुठभेड़ हो चुकी जिनमें वह बच कर निकल गया था.