Dholpur: 9 महीने बाद हुई साधारण सभा की नगर परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ. घंटो चली बैठक में 31 एजेंडा बिंदुओ पर चर्चा हुई जिस दौरान कई बार पार्षद एक दूसरे के आमने सामने आ गए. इस एक टाइम तो नौबत ये आ गई की कुछ पार्षद आपस में उलझ गए जिसके लिए अंदर पुलिस को बुलाया पुलिस ने पार्षदों को शांत कराया बैठक में दिखाया गया की 60 वार्डों के पार्षद दो पालो में बट गए.
 
कांग्रेस पार्षद और अन्य निर्दलीय समर्थित पार्षद बैठक में एजेंडे को पास कराने को लेकर समर्थन करने में लगे वही विपक्ष में बैठे भाजपा पार्षदों ने इस दौरान हंगामा व विरोध किया तथा नगर परिषद् पर घोटाले और विकास कार्य नहीं कराने के आरोप लगाए.


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लंबे समय से हो रहा घोटाला - कुक्कू शर्मा 


नेता प्रतिपक्ष कुक्कू शर्मा ने बताया नगर परिषद में विगत लंबे समय से घोटाला और घपला किया जा रहा है. नगर परिषद सभापति खुशबू सिंह एवं आयुक्त मिलीभगत कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. नगर परिषद की हर साखा में भ्रष्टाचार पनप रहा है. उन्होंने बताया चेहतो को टेंडर एवं ठेके दिए जा रहे हैं. शहर के प्रमुख बाजार एवं गली मोहल्ले विकास से कोसों दूर हैं. सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. 


नाले नालियों की सफाई नहीं होने से हो रहा जलभराव 


नाले नालियों की सफाई नहीं होने से जलभराव की भी समस्या पैदा हो रही है. उन्होंने बताया कांग्रेस एवं भाजपा दोनों ही पार्टी के पार्षद कांग्रेस के बोर्ड के विरोध में हैं. पिछले महीने पार्षदों द्वारा भूख हड़ताल कर धरना भी दिया था. जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने मामले की जांच कराने का आश्वासन देकर धरने को शांत कराया था. लेकिन पूरा सिस्टम ही भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है. उन्होंने बताया 9 महीने बाद सभापति ने साधारण सभा की बैठक बुलाई है. 


पार्षदों के साथ गलत व्यवहार किया गया है. विरोध करने पर बेवजह पुलिस को बुलाया गया था. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा नगर परिषद में मनमानी एवं भ्रष्टाचार को पनपने नहीं देंगे. इसके लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी दे सकते हैं.


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