Rajasthan News: पैरों से लाचार जन्मजात दिव्यांग 40 वर्षीय मिनेश कुशवाह पत्नी धर्मपाल जो ग्रहणी होकर घर तो चलाती है, बल्कि परिवार के पेट पालन के लिए एक लकड़ी के खोखे में दुकान भी चलाती है. आज वह लचर कानून व्यवस्था के कारण आर्थिक संकट से जूझ रही है, जिसका मुख्य कारण है उसके घर और दुकान में चोरी की वारदात का होना. 


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निर्धन दिव्यांग को भी नहीं बख्शा चोरों ने
चार माह पूर्व चोरों दिव्यांग महिला की दुकान से हजारों का सामान चुरा लिया था, तो अब उसके घर से उसका कीमती और घर, गृहस्थी का सामान चुराकर ले गए. जब उसकी खोखे नुमा दुकान में चोरी हुई थी, तो उसने रिपोर्ट भी लिखवाई थी. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था, लेकिन फिर से घर में चोरी होने की वारदात के बाद अब वह रिपोर्ट नहीं करा रही, क्योंकि उसका कहना है कि पुलिस से उसका विश्वास उठ गया है. पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. यहां तक की गश्त व्यवस्था भी नहीं की, जिसके कारण चोरों के हौसले बुलंद रहे और उन्होंने दूसरी बार उसके घर को निशाना बनाया है. 


दिव्यांग मिनेश को कानून पर नहीं रहा भरोसा 
शहर में आए दिन हो रही चोरियों की घटनाएं पुलिस के लिए आम बात हो सकती है. सुनने वाले लोगों के लिए भी आम बात हो सकती है, लेकिन एक लाचार और दिव्यांग महिला जो अपने बीमार पति और बच्चों का पालन पोषण कर रही है उसके लिए यह घटनाएं आम बात नही है. क्योंकि गरीब तिनका–तिनका जोड़कर बहुत मुश्किल से एक घर बनाता है, लेकिन जब घर में सेंध पड़ जाती है, तो वही घर तिनका–तिनका होकर बिखर जाता है. वहीं, शहर के धनोरा रोड स्थित रेलवे स्टेशन के पास की निवासी दिव्यांग मिनेश कुशवाहा का कहना है कि अभी तो रिपोर्ट नहीं कराई है, लेकिन लोग कह रहे है कि रिपोर्ट करा दो, करा भी देंगे, क्योंकि मुझे भरोसा नहीं कि कोई कार्रवाई होगी. 


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