धौलपुर: राजस्थान रोडवेज की बसों में सफर करना हुआ आसान, धौलपुर बसों में डिजिटल भुगतान शुरू
धौलपुर डिपो में 71 बसों में डिजिटल भुगतान से टिकट कटेगी. डिजिटल भुगतान से राजस्थान रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों को खुल्ले पैसे की चिंता से मुक्ति मिलेगी. इस योजना के तहत पुरानी टिकट वेंडिंग मशीनों में ही सॉफ्टवेयर अपडेट किया जाएगा.
Dholpur News: राजस्थान रोडवेज की बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. डिजिटल पेमेंट के बढ़ते दायरे को देखते हुए रोडवेज प्रबंधन ने टिकट खरीदने के लिए यात्रियों को क्यूआर कोड व डिजीटल प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है इसके जरिए अब भुगतान करना आसान होगा. यह सुविधा शुरू होने से यात्रियों को टिकट खरीदने के दौरान खुल्ले पैसे रखने की जरूरत से निजात मिल जाएगी.
वहीं टिकट नहीं देने की शिकायत और राजस्व छीजत पर भी अंकुश लगेगा. डिजिटल भुगतान के पहले चरण में यह सुविधा रोडवेज की सभी बसों में शुरू की गई है. जिसके तहत रोडवेज की सभी बसों में किसी भी डिजिटल प्लेटफार्म व सभी बैंको के क्यूआर कोड के जरिए टिकट का भुगतान किया जा सकेगा. रोडवेज के धौलपुर डिपो में ये सुविधा डिपो की 55 और अनुबंधित 16 बसों में शुरू की गई है.
मार्च से होगा शुरू दूसरा चरण
रोडवेज के इस नए इनोवेशन का दूसरा चरण मार्च 2023 के अंत तक शुरू होगा. दूसरे चरण में प्रदेश के सभी रोडवेज डिपो की टिकट खिडक़ी पर पीओएस मशीन लगेगी. जिससे टिकट लेने के लिए डिजिटल भुगतान किया जा सकेगा ताकि डिपो स्तर पर भी खुल्ले पैसे की परेशानी से निजात मिल सकेगी.
इससे ये होगा फायदा
इस योजना के तहत पुरानी टिकट वेंडिंग मशीनों में ही सॉफ्टवेयर अपडेट किया जाएगा. डिजिटल भुगतान होने से परिचालक के पैसे गायब होने या चोरी होने का भय भी नहीं रहेगा वहीं परिचालक की ओर से राजस्व की चोरी व कम पैसे जमा कराने की शिकायत भी दूर हो जाएगी. ऐसे में लगातार घाटे में जा रहा रोडवेज घाटे से उबर पाएगा. प्रतिदिन रोडवेज बसों में जो राजस्व आएगा, वो सीधे रोडवेज निगम के खाते में जाएगा। इसकी मॉनिटिरिंग रोडवेज के मुख्यालय व जिला स्तर पर भी की जा सकेगी.
ये भी पढ़ें- राजस्थान के पांच शहरों में माइन्स में पहुंचा पारा, अगले 48 घंटों तक ठंड से राहत नहीं
हर प्लेटफॉर्म से होगा भुगतान
रोडवेज के प्रबंधक गणेश कुमार शर्मा ने बताया कि यात्रियों को प्रथम चरण में डिजिटल भुगतान की सुविधा दी गई है. इसके लिए यात्री बस के परिचालक के पास उपलब्ध इटीआइएम मशीन से क्यूआर कोड स्कैन करके भुगतान करेगा. भुगतान के पूरा होते ही मशीन से प्रिंट होकर टिकट मिल जाएगी. जब तक यात्री भुगतान नहीं करेगा, उसे टिकट नहीं मिलेगी.