Dholpur News: रील बनाने की सनक और फोटो शूट करने की खुमारी युवाओं के सिर चढ़कर इतनी बोल रही है कि कोई भी खतरा मोल ले सकते हैं. झरना, तालाब बांध एवं जलाशयों पर रील और फोटो शूट करने के चक्कर में प्रदेश में दर्जनों हादसे हो चुके हैं. उसके बावजूद युवा सबक नहीं ले रहे हैं. जान जोखिम में डालकर खिलवाड़ कर रहे हैं. 


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ऐसा ही मामला सैंपऊ थाना इलाके में पार्वती नदी की रपट पर देखने को मिला है. तीन युवक दो युवती एवं दो बच्चों को साथ लेकर पानी के बीच मझधार में पहुंच गए. पानी के गेज लेवल के पास करीब डेढ़ फीट की पानी की चादर चल रही थी. जहां विभिन्न मुद्राओं में वीडियो और फोटो शूट करने लग गए.



करीब 20 मिनट तक तीन युवक एवं दो युवतियों ने दो बच्चों को साथ लेकर जान की परवाह किए बिना पार्वती नदी के तेज बहाव में रील बनाते रहे. एक युवक द्वारा युवती को बीच मझधार में खड़ी कर विभिन्न मुद्राओं में होकर फोटो वीडियो शूट किए जाते हैं. पानी के तेज बहाव में युवती संतुलन भी खो रही है. युवती भयभीत भी दिखाई दे रही है. उसके बावजूद जान की बाजी लगाकर वीडियो और फोटो शूट करने से नहीं चूकते हैं. इस दौरान एक युवक एवं युवती ने दो बच्चों को भी पानी में उतार दिया जाता है. 



पानी के तेज बहाव में बच्चे खुद को नहीं संभाल पा रहे हैं. इस दौरान नदी के आसपास खड़े लोग बाहर निकालने के लिए आवाज भी लगाते हैं. लेकिन फोटो खींचने की सनक इतनी चढ़कर बोल रही है कि तीनों युवक एवं युवती बच्चों को साथ लेकर अपने काम में लगे रहते हैं. करीब 20 मिनट तक युवा एवं युवतियों ने जान जोखिम में डालकर अनावश्यक खतरे को मोल लिया है. हालांकि गनीमत यह रही कि बड़ा हादसा होने से टल गया है.



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जिले में हो चुके करीब एक दर्जन हादसे


तालाब, नदी बांध एवं जलाशयों में रील के माध्यम से फेमस होने के चक्कर में करीब एक दर्जन हादसे हो चुके हैं. सरकार और प्रशासन लोगों से झरना और नदियों से दूरी रखने की भी अपील कर रहा है. लेकिन सरकार और प्रशासन की अपील युवाओं पर बेअसर साबित हो रही है. रील बनाने की सनक में युवतियां भी पीछे नहीं है. किसी भी हद तक खतरे को मोल ले रहे हैं.