कोरोना में राशन बांटते हुए गई 7 राशन डीलर्स की जान, सरकार से अभी तक नहीं मिली मदद
डूंगरपुर जिले में कोरोना संक्रमण काल के दौरान राशन डीलर्स ने भी कोरोना वारियर्स की भूमिका निभाई. सरकार के निर्देश पर गरीब लोगों को राहत पहुंचाने के लिए घर-घर जाकर राशन सामग्री का वितरण किया लेकिन लोगों को राहत पहुंचाते-पहुंचाते डूंगरपुर जिले के 7 राशन डीलर्स की कोरोना से मौत हो गई.
Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में कोरोना संक्रमण काल के दौरान राशन डीलर्स ने भी कोरोना वारियर्स की भूमिका निभाई. सरकार के निर्देश पर गरीब लोगों को राहत पहुंचाने के लिए घर-घर जाकर राशन सामग्री का वितरण किया लेकिन लोगों को राहत पहुंचाते-पहुंचाते डूंगरपुर जिले के 7 राशन डीलर्स की कोरोना से मौत हो गई.
सरकार ने राशन डीलर्स की कोरोना से मौत होने पर 50 लाख की सहायता दिए जाने के निर्देश दिए थे लेकिन डूंगरपुर जिले में 7 राशन डीलर्स के पीड़ित परिवारों को आज तक भी सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई है. पीड़ित परिवारों को एक साल से अधिक समय से सहायता राशि का इंतजार है.
देश और दुनिया में कोरोना की वजह से 2 साल तक लॉकडाउन के हालात रहे, लोग घरों में कैद हो गए तो कई पाबंदियां भी लग गई, लेकिन कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए इसके लिए सरकार ने मुफ्त अनाज वितरण शुरू किया, इसकी जिम्मेदारी राशन डीलरों को दी गई है.
डूंगरपुर जिले में भी कोरोना जैसी भयानक बीमारी में कई लोगों के जान गवाने के बावजूद राशन डीलरों ने लोगों को घर-घर जाकर अनाज पहुंचाया, जिससे लोगों को कोरोनकाल में भी राहत मिली, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में डूंगरपुर जिले में लोगों को राहत पहुंचाते-पहुंचाते 7 राशन डीलर भी शिकार हुए और उनकी जान कोरोना की वजह से चली गई.
सरकार ने डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, सरकारी कर्मचारी के साथ ही राशन डीलर की मौत पर भी 50 लाख की सहायता की घोषणा कर दी. इससे उनके परिवार को चलाने में मदद की उम्मीद जगी, लेकिन डूंगरपुर जिले में सालभर बाद भी सरकार से एक रुपया तक इन पीड़ित परिवारों को नहीं मिला है, ऐसे में ये परिवार अब भी सहायता राशि की मांग के लिए कलेक्टर और विभाग के चक्कर काट रहे है.
किस राशन डीलर की कब हुई मौत
जिले में कोरोना की वजह से 7 राशन डीलर की मौत हुई है. नवलश्याम सेकंड के डीलर भवानीशंकर पाटीदार की 20 अप्रैल 2021, नगर परिषद डूंगरपुर के वार्ड नंबर 22 के डीलर धनपाल जैन की 3 मई 2021, विकासनगर सेकंड के डीलर देवीलाल कलाल की 25 दिसंबर 2021, मांडव फर्स्ट के डीलर रमनलाल कलाल की 8 अक्टूबर 2020, पिंडावल के डीलर प्रकाशचंद्र खेमोत की 5 जून 2021, नवलश्यम फर्स्ट के डीलर मणिलाल कलाल की 12 मई 2021 और खेड़ा सामोर के डीलर जसराज जैन की 21 जनवरी 2022 को मौत हो गई थी. इन सभी राशन डीलर के मृतक परिजनों को सरकार की ओर से मिलने वाले मुआवजे का इंतजार है. वहीं इसे लेकर प्रशासनिक अफसर बजट की बात कर रहे है. अधिकारियों ने कहा कि बजट आते ही उनके सहायता राशि का भुगतान कर दिया जाएगा.
सरकार ने राशन डीलर की कोरोना से मौत पर सहायता राशि की घोषणा कर खूब वाहवाही बटोरी. सरकार ने अनाज वितरण समेत कई काम भी करवाए. खुद की जान जोखिम में डालकर राशन वितरण के दौरान अपनी जान गवांने वाले डीलर के परिजन अब भी सरकारी मदद का इंतजार कर रहे है. वहीं अफसर जल्द बजट मिलने की बात कर रहे है. अब देखना होगा सरकार कब तक बजट देती है और राशन डीलर के परिजनों को कब सहायता राशि मिलती है.
Reporter: Akhilesh Sharma
यह भी पढ़ें -
5 बच्चों के सिर पर नहीं रही ममता की छांव, मां ने साड़ी से फंदा लगाकर की आत्महत्या
अपने जिले की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.