Aspur, Dungarpur News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले की दोवड़ा थाना पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर 10 लाख की ठगी के मामले में फरार चल रहे  एक शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया है. 


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आरोपी पिछले चार साल से फरार चल रहा था. आरोपी ठग ने  महिला समूह को लोन दिलाने के नाम पर उनसे वसूली करके फरार हो गया था. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी. आरोपी दोवड़ा थाने का टॉप 10 वांछित अपराधी भी था. 


जिले के दोवड़ा थानाधिकारी कमलेश चौधरी ने बताया कि 23 दिसंबर 2018 को थावरचंद पुत्र पूंजीलाल ननोमा मीणा निवासी फलोज फला भागेला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में थावरचंद ने बताया था कि यूनिटी फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट अहमदाब्द गुजरात के कुछ लोग गांव में आए थे. उन लोगों ने महिलाओं को खेतीबाड़ी और कुटीर उद्योग के लिए महिला समूह को लोन दिलाने की बात कही. 


स्वयंसेवी संस्था की ओर से जीरो पर्सेंट पर ब्याज पर लोन मिलेगा. वहीं, दिया गया लोन मंथली किश्तों में देना होगा. ट्रस्ट से आए लोगों को झांसे में लेकर एक हजार महिलाओं के समूह फार्म भरवाए. सभी महिलाओं से एक-एक हजार रुपए लिए, लेकिन किसी भी महिला को लोन दिए बगैर ही भाग गए. वहीं, बदमाशों ने अपना फोन भी बंद कर दिया. 


रिपोर्ट पर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी, लेकिन आरोपी ठग का कही कोई पता नहीं लग पा रहा था. मुख्य सरगना दीपक सिंह (30) पुत्र रमेश सिंह राजपूत निवासी गोन वासडा अहमदाबाद के कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन पता नहीं लगा. इस दौरान आरोपी के अपने गांव में होने का पता लगा, जिस पर उसे दबिश देकर पकड़ लिया. 


दोवड़ा थानाधिकारी कमलेश चौधरी ने बताया कि आरोपी दोवड़ा थाने का टॉप 10 वांछित अपराधी है. आरोपी के खिलाफ डूंगरपुर के दोवड़ा समेत बांसवाड़ा के कुशलगढ़, गुजरात के ककड़ा पीठ, पालड़ी, मकरपुरा, झाड़ोल थाने में ठगी के केस दर्ज है. 


Reporter- Akhilesh Sharma