Dungarpur News: महिला और बाल विकास विभाग के अंतर्गत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्मिक जन्म से मृत्यु तक की हर योजना के संचालन की मुख्य कड़ी है, लेकिन उसके बावजूद डूंगरपुर जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने मानदेय को भटकने को मजबूर है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाला मानदेय दो चार माह तक का बकाया जा चल रहा है. ऐसे में दिवाली त्योहार आगे खड़ा है. लेकिन इनकी जेबे खाली है, वहीं कुछ ऐसे ही हाल मिड डे मिल बनाने वाले कुक कम हेल्पर्स का हैं. उन्हें भी चार माह से मानदेय नहीं मिला है.


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प्रदेश सरकार की ओर से अधिकारियों और कर्मचारियों को बोनस दिए जाने की घोषणा से बल्ले-बल्ले हो गई है. लेकिन अल्प मानदेय पर काम करने वाले संविदाकर्मियों की इस बार दिवाली काली रहने वाली है. डूंगरपुर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत 2 हजार 117 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व 1571 सहायिका काम कर रही है. आंगनबाड़ी कार्मिक जन्म से मृत्यु तक की हर योजना के संचालन की मुख्य कड़ी होती है. लेकिन आंगनबाड़ी कार्मिक अपने मानदेय के लिए भटकने को मजबूर है. वहीं, कुछ ऐसे ही हाल जिले के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील बनाने वाले कुक कम हेल्पर्स का है.


 जिले के 3 हजार 776 कुक कम हेल्पर्स है, जिन्हें भी चार माह से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है. भारतीय मजदूर संघ की जिला अध्यक्ष लक्ष्मी जैन ने बताया की संपर्ण जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ का दो माह का राज्य सरकार का मानदेय बकाया चल रहा है. वहीं, इसके साथ ही बिछीवाड़ा, दोवड़ा, चिखली, सीमलवाडा में केंद्र सरकार का बकाया मानदेय जुलाई माह से बकाया चल रहा है. उन्होंने बताया की दीवाली का त्योहार आने वाला है, लेकिन बकाया मानदेय नहीं मिलने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और कुक कम हेल्पर्स परेशान है. मानदेय नहीं मिलने से उनकी दिवाली काली ही रहने वाली है.


आंगनवाड़ी की टीम ब्लॉक वार
ब्लॉक                         कार्यकर्ता             सहायिका
आसपुर-साबला             329                         259
बिछीवाड़ा                    274                         235
डूंगरपुर                       196                        170
सागवाड़ा शहर             205                         163
सागवाड़ा ग्रामीण            313                        235
सीमलवाड़ा                   191                         137
चीखली                         170                        118
झोथरी                         177                         126
दोवड़ा                          162                        128
कुल                           2117                        1571



बहराल डूंगरपुर जिले में प्रदेश सरकार द्वारा बोनस देने की घोषणा के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों की तो बल्ले हो गई. लेकिन कम मानदेय में संविदा पर काम करने वालो को बोनस की तो आस नहीं है, पर वे उम्मीदे लगाए बैठे हैं कि उनकी दिवाली काली नहीं रहे. उनका चार महीने का मानदेय ही मिल जाए ताकि वे भी अपने परिवार के साथ दिवाली का त्योहार खुशी से बना सके. खेर अब देखने वाली बात होगी की सरकार की ओर से इन कार्मिको मानदेय दिवाली से पहले मिल पाता है या इनकी दिवाली काली रहने वाली है.


रिपोर्टर- अखिलेश शर्मा


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