Dungarpur principal dismissed from Job: डूंगरपुर जिले में शिक्षा जगत को शर्मसार कर देने वाले मामले में शिक्षा विभाग ने आरोपी स्कूल प्रिंसिपल को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया है. उदयपुर संभाग के स्कूल शिक्षा संयुक्त निदेशक ने आज आदेश जारी कर आरोपी प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा की सेवाएं समाप्त कर दी है. 


छेड़छाड़ व यौन शोषण मामले में बर्खास्त 


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मामले के अनुसार डूंगरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र के एक गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिक छात्राओं ने अपने अभिभावकों के साथ जिला कलेक्टर को शिकायत करते हुए यह बताया था कि उनकी स्कूल का प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा स्कूल की नाबालिक छात्राओं से स्कूल के कमरों में और अपने घर ले जाकर छेड़छाड़ व यौन शोषण करता है. वहीं मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकियां देता है.


आरोपी प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा की सेवाएं समाप्त


शिकायत की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर के निर्देश पर सदर थाना पुलिस ने दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी वही शिक्षा विभाग ने भी 31 मई को 4 सदस्य जांच दल गठित किया था. इधर जांच दल ने 31 मई को ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए 8 स्कूली छात्राओं से यौन शोषण और छेड़छाड़ की पुष्टि की थी.


जिसके बाद आरोपी प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया था. इधर पुलिस ने भी आरोपी  प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.


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मामले में आज उदयपुर संभाग स्कूल शिक्षा के संयुक्त निदेशक पुष्पेंद्र कुमार शर्मा ने एक आदेश जारी कर प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया है. आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस घटना ने शिक्षा विभाग की छवि को तार-तार कर दिया है वही मानवता को भी शर्मसार किया है.