Rajasthan News: डूंगरपुर जिले के महिला थाने में एक विवाहिता ने अपने पति, सास -ससुर समेत 9 जनों के खिलाफ रिपोर्ट दी है. रिपोर्ट में विवाहिता ने पति समेत ससुराल के लोगों पर जबरन ईसाई धर्म कबूल करने और दहेज में सोने की चेन लेकर आने के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 


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ससुराल पक्ष के लोगों ने ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया
महिला थानाधिकारी सकाराम ने बताया कि सोनिया पुत्री खेमराज कवि निवासी अपने पिता के घर कहारी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. सोनिया ने बताया कि 11 मई को उसकी शादी अजित पुत्र बंशीलाल कवि निवासी हड़माला सागवाड़ा के साथ हिंदू रीति रिवाज से शादी करवाई थी. शादी के बाद वह अपने ससुराल में ही रहने लगी. उसकी सास पार्वती और ससुर बंशीलाल सागवाड़ा में एक ईसाई मिशनरी के हॉस्टल में खाना बनाने का काम करते है. पूरे परिवार ने ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया है. इस वजह से ससुराल के लोग उसे व्रत, उपवास, हिंदू देवी देवताओं की पूजा नहीं करने देते है. मंदिर जाने से भी रोकते है. 



दहेज में सोने की चेन लाने के लिए किया प्रताड़ित 
पीड़िता ने बताया कि एक दिन सभी आरोपी उसे सागवाड़ा हॉस्टल में स्थित चर्च में ले गए, वहां सुनील सर नामक जो मद्रासी है, वे ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते है और बाइबिल पकड़ कर समझाने लगे. उन्होंने कुछ खिलाया और पिलाया. मना करने पर ससुराल के लोग उसे वापस घर ले गए और ईसाई धर्म नहीं कबूलने पर परेशान करना शुरू कर दिया. वहीं, पिता के घर से सोने की चेन लाने के लिए दबाव बनाने लगे. चेन नहीं लाने पर ईसाई धर्म ग्रहण करने के लिए जबरन दबाव बनाया और उसे काफी परेशान किया. वहीं, 10 जुलाई को उससे मारपीट कर घर से निकाल दिया. इस वजह से वह स्टेट ओपन के एग्जाम भी भाई दे पाई. पुलिस ने मामले में पीड़िता की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 



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