मदन दिलावर के बयान पर राजकुमार रोत का तगड़ा पलटवार, कहा- मानसिक संतुलन खो चुके मंत्री
Dungarpur News: मंत्री मदन दिलावर के दिए गए इस बयान पर अब सांसद राजकुमार रोत ने पलटवार किया है. सांसद राजकुमार रोत ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि लोकसभा चुनाव में बांसवाड़ा और प्रदेश में मिली हार के चलते शिक्षा मंत्री अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. वहीं किसका डीएनए चेक करवाने की जरूरत है ये तो राजस्थान की जनता बताएगी.
Dungarpur News: राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा बिना नाम लिए सांसद राजकुमार पर दिए गए बड़े बयान के बाद सांसद राजकुमार रोत ने शिक्षा मंत्री दिलावर पर बड़ा हमला बोला है. सांसद राजकुमार ने कहा की लोकसभा चुनाव में बांसवाड़ा और प्रदेश में मिली हार के चलते शिक्षा मंत्री अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. वहीं, किसका डीएनए चेक करवाने की जरूरत है, ये तो राजस्थान की जनता बताएगी.
दरअसल प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आज बिना नाम लिए बांसवाड़ा डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत पर आदिवासी हिंदू नहीं मानने को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जो आदिवासी नेता खुद को हिंदू नहीं मानते, उनके DNA चेक करवा लेंगे कि वो अपने बाप की औलाद हैं या नहीं.
मंत्री के दिए गए इस बयान पर अब सांसद राजकुमार रोत ने पलटवार किया है. सांसद राजकुमार रोत ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि लोकसभा चुनाव में बांसवाड़ा और प्रदेश में मिली हार के चलते शिक्षा मंत्री अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. वहीं किसका डीएनए चेक करवाने की जरूरत है ये तो राजस्थान की जनता बताएगी.
रोत ने मदन दिलावर को कड़ी नसीहत भरे शब्दों में कहा- आपकी मानसिकता की जांच की जरूरत है. जिम्मेदार पद पर बैठे राजस्थान के शिक्षा मंत्री को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती. दिलावर से रोत ने पूछा कि आप ये बताइये कि पिछले छह महीनों में शिक्षा मंत्री रहते आपने आदिवासी इलाके में शिक्षा की बेहतरी के लिए क्या क्या काम किये? राजकुमार रोत यहां तक कह गये कि आदिवासी समुदाय दिलावर को करारा जवाब देगा.
बता दें कि बीजेपी के मजबूत गढ़ में जब से बाप ने अपनी मजबूती उपस्थिति दर्ज कराई है, तभी से दोनों ही पार्टी के नेताओं में तल्खी बढ़ गई है. महेंद्रजीत सिंह मालवीय की करारी हार के बाद बीजेपी वागड़ के अपने रहे किलों को बचाने के लिए बाप पर हमलावर है. इसलिए अपने हताश काडर में जान फूंकने के लिए दिलावर जैसे कद्दावर नेता अब बाप के खिलाफ आक्रामक रणनीति अख्तियार कर रहे हैं ताकि बाप की बढ़ती लोकप्रियता को थामा जा सके.