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Dungarpur News: राज्य सरकार की ओर से डूंगरपुर जिले के सीमलवाडा को नगरपालिका बनाये जाने की घोषणा के बाद से ही क्षेत्र में विरोध के स्वर उठने लगे हैं. इसी के तहत सीमलवाडा से लगते मेरोप व पाडलिया गाँव के ग्रामीणों ने आज सीमलवाडा एसडीएम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया.  वहीं एसडीएम को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए नगरपालिका को घोषणा पर रोक लगाने की मांग की है. 


सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बजट सत्र में डूंगरपुर जिले के सीमलवाडा को नगरपालिका बनाने की घोषणा की है. इधर घोषणा के बाद से ही सीमलवाडा पंचायत से जुड़े गाँव के ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. इसी के तहत आज मेरोप व पाडलिया गाँव के ग्रामीण सीमलवाडा एसडीएम ऑफिस पहुंचे और सरकार के इस फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया. वहीं राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया की सरकार ने सीमलवाडा को नगरपालिका बनाने की घोषणा की है इससे सीमलवाडा पंचायत से जुड़े गाँवों में अधिकतर आबादी आदिवासियों की है.


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ग्रामीणों ने सीमलवाडा एसडीएम को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा
इस फैसले से ग्रामीणों को कई तरीके के नुकसान होंगे. सालों से गैर खातेदारी भूमि पर बसे आदिवासियों को बेदखल किया जाएगा. इसके साथ ही पंचायत में क्षेत्र में रहकर मिलने वाले लाभ भी बंद हो जायेंगे. ऐसे में ग्रामीणों ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताया है. ग्रामीणों ने सीमलवाडा एसडीएम को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिये ग्रामीणों ने सरकार के इस फैसले पर रोक लगाने की मांग की है.


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