Chaurasi, Dungarpur News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना क्षेत्र में एक 17 साल की नाबालिग संदिग्ध मौत हो गई. पिता ने नाबालिग बेटी के अपहरण कर रेप और हत्या का आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है. 


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चौरासी थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान खान ने बताया कि 17 साल की नाबालिग के पिता की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है, जिसमें बताया कि 20 दिन पहले उसकी नाबालिग बेटी कॉलेज पढ़ने के लिए जानें का कहकर घर से निकली थी लेकिन शाम तक वापस घर नहीं लौटी. इस पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी लेकिन कोई पता नहीं लगा. 



इस दौरान नाबालिग बेटी की मां को पता चला कि एक नाबालिग युवक उसकी बेटी को पत्नी बनाने की नियत से भगा ले गया है. इसके बाद सरपंच ने फोन कर बताया कि उसकी बेटी का शव बेडसा फला रामसौर गांव में पड़ा है. इस पर परिजन मौके पर पहुंचे. 



बेटी का शव संदिग्ध हालात में घर में खाट पर पड़ा था. घटना सूचना पर चौरासी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. शव को डूंगरपुर अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया. वहीं, पिता ने बेटी का अपहरण कर रेप करने का आरोप लगाया है. 



वहीं, बेटी की मौत पर संदेह जताया है. पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वही पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपर्द कर दिया है. फिलहाल पुलिस घटना को लेकर जांच कर रही है. 



पढ़िए डूंगरपुर की एक और खबर 
Dungarpur News: 11 महीने से भुगतान के लिए भटक रहे हैंडपंप मिस्त्री, अतिरिक्त जिला कलेक्टर से लगाई गुहार


Dungarpur News: डूंगरपुर जिले की पंचायत समिति डूंगरपुर के अधीन पंचायतो में काम करने वाले हैण्डपम्प मिस्त्री भुगतान के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है. पिछले 11 माह से हैण्डपम्प मिस्त्रियो को उनका भुगतान नहीं मिला है, जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पीड़ित हैंडपंप मिस्त्रियों ने डूंगरपुर एडीएम को ज्ञापन देकर भुगतान दिलाने की गुहार लगाई है. 


डूंगरपुर पंचायत समिति के हैण्ड मिस्त्री ने बताया की वे पंचायतो में हैण्डपम्प ठीक करने का काम करते आ रहे है लेकिन पिछले 11 माह से उन्हें पंचायतों की ओर से उनके कार्य का भुगतान नहीं किया गया है. 


भुगतान के संबंध में डूंगरपुर पंचायत समिति के विकास अधिकारी ने पंचायतो के ग्राम विकास अधिकारियों को पत्र लिखकर भुगतान करने के आदेश भी जारी कर रखे हैं लेकिन पंचायते उनका भुगतान नहीं कर रही है, जिसके चलते उन्हें अपना परिवार चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.  
उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में उन्होंने पंचायतो में हैंडपंप ठीक किए और लोगों को प्यासा नहीं मरने दिया. उसके बावजूद आज उन्हें उनके मेहनताने  के लिए भटकना पड़ रहा है. कई बार पंचायतो और पंचायत समिति के चक्कर काटे लेकिन 11 माह बीत जाने के बाद भी उन्हें उनका भुगतान नहीं हुआ है. ऐसे में अब हैंडपंप मिस्त्रियो ने आज एडीएम को ज्ञापन सौपकर भुगतान करवाने की गुहार लगाई है.