Dungarpur: डूंगरपुर के आसपुर में जल संसाधन विभाग के अधीन पूंजेला व कांठड़ी बांध के जल वितरण कमेटी की अलग-अलग बैठक बांध परिसर में आयोजित हुई. डूंगरपुर जल संसाधन विभाग के अधीन पूंजपुर के पुंजेला बांध की जलवितरण कमेटी की बैठक अध्यक्ष प्रतापसिंह राठौड़ की अध्यक्षता में हुई. मुख्य अतिथि आसपुर उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी रहें. विशिष्ट अतिथि तहसीलदार उज्ज्वल जैन, पूर्व अध्यक्ष प्रभुलाल त्रिवेदी रहें. 


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बैठक में पूंजेला बांध से 15 नवम्बर को नहरों में जल प्रवाह का करने व कांठड़ी बांध से 20 नवम्बर को जल प्रवाह का निर्णय लिया गया. इस दौरान बैठक में नहरों की साफ-सफाई व मरम्मत के मामले में अधिकारियों को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. बैठक में काश्तकारों ने नहरों में साफ सफाई की मांग उठाई वहीं हाल ही में नहरों में हुए कार्य योजना की जानकारी मांगी व नहरों में खर्च राशि का ब्यौरा मांगा गया, किन्तु  अधिकारी के पास रिकॉर्ड मौजूद नहीं होने पर सन्तोषप्रद जवाब नहीं दे पाए. बैठक में पूर्व अध्यक्ष प्रभुलाल त्रिवेदी ने विभागीय अधिकारियों की मॉनिटरिंग के अभाव व ठेकेदार से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कहा कि जहां कार्य स्वीकृति के बाद भी अब तक कार्य नहीं किया गया है. इस सम्बंध में अधिकारियों ने कार्य प्रस्तावित होने एवं तकनीकी कमी के चलते कार्य नहीं होने की जानकारी दी गई. इधर बैठक में बांध की नहरों में 15 नवम्बर से जलप्रवाह छोड़ने का निर्णय लिया गया.


कांठड़ी बांध से 20 नवम्बर से होगा जलप्रवाह


इधर विभाग के अधीन कांठड़ी बांध के जलवितरण कमेटी की बैठक सरपंच सुखलाल मीणा की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत भवन में आयोजित हुई. यहां पर भी काश्तकारों ने नहरों की मररम्मत एवं शिल्ट सफाई के बाद नहरो में पानी छोड़ने की मांग की. जिस पर 15 नवम्बर तक नहरों में सफाई के बाद 20 से पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया.


Reporter - Akhilesh Sharma


 धर्म का कभी भी नाश नहीं हो सकता है, थोड़ी हानि जरूर हो सकती है, चोट जरूर लग सकती है-संत मुरारी बापू