जानिए,कौन हैं चौरासी सीट से बीजेपी के उम्मीदवार कारीलाल ननोमा, सुशील कटारा का टिकट कटा
Rajasthan by election 2024: चौरासी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. BAP, कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. चौरासी विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को चुनाव हैं.
Rajasthan by election 2024: डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने सीमलवाड़ा प्रधान कारीलाल ननोमा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है. चौरासी से भाजपा ने इस बार अपना कैंडिडेट बदलकर सभी को चौंका दिया है. इस सीट पर 1990 से भाजपा के सुशील कटारा और उनके परिवार को ही टिकिट मिले, लेकिन इस बार भाजपा ने नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है.
वहीं चौरासी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. BAP, कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. चौरासी विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को चुनाव हैं. 25 अक्टूबर तक नामांकन की आखरी तारीख है. कांग्रेस की ओर से देर रात को टिकिट की घोषणा के बाद भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है.
भाजपा ने इस बार टिकिट बदलकर सीमलवाड़ा से प्रधान कारीलाल ननोमा को टिकिट दिया है. कारीलाल सादड़िया पंचायत के पूर्व सरपंच रह चुके हैं. अभी उनकी पुत्रवधू रेखा सरपंच है. उनकी पत्नी हाकली देवी भी पूर्व में सरपंच रह चुकी है.
कारीलाल पंचायत में सरपंच के बाद प्रधान बने और अब उन्हें चौरासी से विधायक का टिकिट मिला है. कारीलाल के टिकिट मिलने के बाद इनकें समर्थकों में खुशी का माहौल है. वहीं भाजपा ने 1990 के बाद पहली बार सुशील कटारा और उनके परिवार से बाहर टिकिट दिया है.
सुशील कटारा पिछले 4 बार से भाजपा के प्रत्याशी रहे हैं. एक बार वे भाजपा सरकार में राज्यमंत्री भी रहे. इस बार भाजपा ने सुशील कटारा को चुनाव का सह प्रभारी बनाकर ही टिकिट काटने के संकेत दे दिए थे.
त्रिकोणीय मुकाबला रहेगा, सभी पार्टियों के नए प्रत्याशी
चौरासी विधानसभा सीट उपचुनाव में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. तीनो ही पार्टियों ने इस बार नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट पर बीएपी ने अनिल कटारा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
वहीं कांग्रेस की ओर से संसारपुर सरपंच महेश रोत को टिकिट दिया है. बीजेपी ने भी अब अपना प्रत्याशी बदलते हुए प्रधान कारीलाल ननोमा को मैदान में उतारा है. इसके अलावा भी कई पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में रहेंगे. लेकिन बड़ा मुकाबला बीएपी, कांग्रेस और भाजपा में ही देखने को मिलेगा.